अब किट से नहीं ट्रू नॉट मैथड से होगी छत्तीसगढ़ में कोरोना जांच

देशभर में तेजी से बढ़ रहा संक्रमण, अब किट से नहीं ट्रू नॉट मैथड से होगी छत्तीसगढ़ में कोरोना जांच

दुर्ग. कोरोना (COVID- 19 in India) संक्रमण की जांच के तरीके में स्वास्थ्य विभाग ने फिर बदलाव किया है। अब पुरानी पद्धति टू नॉट मैथड से जांच की जाएगी। आरडी किट से जांच रिपोर्ट संदेहस्पद आने पर विभाग के अधिकारी परेशान हैं। इसे देखते हुए शासन ने प्राथमिक जांच करने के तरीके में बदलाव किया है। अब जिले में इसी पुरानी पद्धति से जांच की जाएगी। अगर कोई व्यक्ति ऐसे जिला या राज्य से आता है जहां कोरोना का प्रकोप अधिक है और स्थिति अभी तक सामान्य नहीं हुई है, ऐसे नागरिकों का ओरल व नोजल स्वाब लेकर तत्काल जांच के लिए एम्स भेजा जाएगा। साथ ही सैंपल लेने के बाद उस व्यक्ति को आइसोलेशन में रखा जाएगा।
शुक्रवार को 71 लोगों का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया। वहीं से दूसरे राज्य व जिले से लौटे 232 लोगों को होम आइलेशन व क्वारंटाइन में रखा गया है। सभी की स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम की टीम को निगरानी करने में लगाया गया है। कोतवाली सेक्टर-6 में गुरुवार को पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की कोविड-19 की जांच हुई। डॉक्टरों की टीम ने 21 रेंडम सैंपल लिया। ये सभी कोरोना योद्धा लॉकडाउन के दौरान विभिन्न चौक-चौराहे पर ड्यूटी कर रहे थे। एएसपी रोहित कुमार झा ने बताया कि 22 मार्च से टीम लगातार ड्यूटी कर रही है। 45 वर्ष से ऊपर और डायबिटीज हार्ट समेत अन्य बीमारी और सक्रिय रुप से कार्यरत पुलिस अधिकारी और कर्मचारी का टेस्ट कराया गया। जिसमें 4 राजपत्रित अधिकारी और 17 जवानों का रेंडम सैंपल लिया गया।
घुमंतू लोगों की भी की जाएगी जांच
शुक्रवार को बनाए प्लान में अब ऐसे व्यक्तियों को ट्रू नाट मैथर्ड से जांच की जाएगी जो खानाबदोश समुदाय के है। शहर के अलग अलग स्थानों पर उनका जमावड़ा है। अधिकारियों का कहना है कि बल्क में आने वाले श्रमिकों, ट्रक चालक, व अन्य लोगों का इसी मेथर्ड से जांच की जाएगी।
बाहर से लौटे लोगों की निगरानी की जा रही
जिले में 95 लोगों को आइसोलेशन व 42 लोगों को क्वारंटाइन में रखा गया है। इसके आलावा 95 लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। ये भी बाहर राज्य व जिले से लौटे लोग है। इन सबकी निगरानी की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आरडी किट से जांच करने पर मामूली वायरल होने पर रिपोर्ट पॉजिटिव बता रहा है। इस वजह से भ्रम की स्थिति बन जाती है कि पॉजिटिव मरीज का रिपोर्ट लें या न लें। अब शासन स्तर पर निर्णय लिया गया है कि ट्रू नाट मैथर्ड से संभावितों की जांच की जाएगी। इस मैथड से जांच के दौरान टेक्नीशियन संभावित व्यक्ति के नाक से किट डालकर गले से स्वाब लेंगे। इसके बाद उस सैंपल को वायरल ट्रांसपोर्ट मीडियम के माध्यम से लैब भेजा जाएगा। अगर जांच रिपोर्ट में पॉजिटिव आता है तो तत्काल उस व्यक्ति का ओरल व नोजल स्वाब लेकर जांच के लिए एम्स भेजा जाएगा। प्राथमिक जांच के दौरान ही मरीज को आईसोलेशन में रखा जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि इससे मरीजों को चिन्हित करने में आसानी होगी।
लालपुर लैब भेजा जाएगा सैंपल
शुक्रवार को हुई वीडियो कांफ्रेसिंग में निर्णय लिया गया है कि इस मैथर्ड से जांच सोमवार से किया जाएगा। सैंपल को रायपुर के लालपुर स्थित लैब में भेजा जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि इस पद्धति से जांच में समय व खर्च दोनों की बचत होगी। इसलिए शासन ने इस मैथर्ड से जांच करने के निर्देश जारी किए हैं।
आज मिलेगा वीटीएम
जांच के करने लिए गए सैंपल को वीटीएम से लालपुर भेजा जाएगा। इसके लिए लालपुर स्थित लैब वीटीएम जारी करेगा। अधिकारियों का कहना है कि शनिवार को एम्स में सैंपल छोडऩे के बाद कर्मचारी वीटीएम लेने के लिए लालपुर जाएगें। सैंपल तीन अलग-अलग समय में लालपुर पहुंचाया जाएगा।

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