कोंडगांव : ग्रामीण क्षेत्रो के साथ साथ शहरी रहवासी पशु पालको को अपने पालतू मवेषियों को खुले मे भटकने से रोकने के लिए नगर पालिका कोण्डागांव द्वारा परंपरागत रोका-छेका अभियान 19 से 30 जून तक चलाया जायेगा चूकिं राज्य मे खरीफ फसलो, शाक-सब्जियों के बाड़ियों को मवेशियों से सुरक्षा हेतु रोका छेका एक प्रथा रही है और शासन फसल उत्पादकता को बढ़ावा देने के उद्देष्य से दलहनी तिलहनी फसलो की खेती, शाक सब्जी एवं फलो उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। अतः इस मुहिम में शहरी क्षेत्र के पशु पालक भी हिस्सा लेकर अपने पशुओं को खुले में ना छोड़ने का प्रण लेंगें।
कार्यालय नगर पालिका द्वारा प्राप्त जानकारी अनुसार अभियान के प्रभावी अमल हेतु समस्त नगर पालिका क्षेत्र के 22 वार्डो के मवेषियों की जानकारी प्राप्त करने के लिए वार्ड वार सर्वेक्षण हेतु वार्ड प्रभारी की नियुक्ति की गई और सर्वेक्षण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। इस तरह अब तक कुल सर्वेक्षित 200 परिवारो से लगभग 800 मवेषियों की संख्यात्मक जानकारी एकत्रित कर ली गई है एवं पशु पालको से हस्ताक्षरयुक्त संकल्प पत्र प्राप्त कर लिया जा रहा है जिसे नगरीय निकाय कार्यालय एवं वार्ड कार्यालय के रिकार्ड मे रखे जावेंगे।

निकाय के क्षेत्र अतंर्गत महात्मा गांधी वार्ड एवं अम्बेडकर वार्ड मे दो कांजी हाउस एवं मर्दापाल रोड एस आर एल एम सेन्टर के पास चयनित गोठान मे पशुओं को रखने के लिए समुचित व्यवस्था की गई है। पशुओ के लिए 24 घण्टे दाना पानी, पैरा घास की व्यवस्था छायादार वृक्ष एवं वर्षा से बचने हेतु परिवेष तैयार कर शेड का निर्माण किया जा रहा है। पशुपालन से उत्सर्जित होने वाले अपषिष्ट गोबर आदि के लिए घुरूआ की भी व्यवस्था की जावेगी।
निकाय द्वारा यह भी प्रयास किया जा रहा है कि निकाय के गोठान मे पशु पालको से एक निर्धारित शुल्क जमा कर कर देखभाल करने वाले चरवाहों के साथ शहरी गोठान मे पशुओ को चराने एवं देख रेख की व्यवस्था होगी। अभियान के तहत् यह भी निर्देषित है की 19 जून 30 जून तक रोका छेका संक्ल्प अभियान के तहत् यदि पालतू पशु शहर के सड़को पर आवारा घूमते पाये जाने पर दण्ड और जुर्माने के रूप मे निर्धारित राषि मालिक पशु पालको से वसूल होंगें। इसके लिए नगर पालिका द्वारा व्यापक प्रचार प्रसार मुनादी भी करवाया जा रहा है।