प्रधानमंत्री मोदी : योग हमारी प्रतिरक्षा क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है, सम्बोधन में ये 10 बातें….

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने छठे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International yoga day) पर देश को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का ये दिन एकजुटता का दिन है. जो हमें जोड़े, साथ लाये वही तो योग है. जो दूरियों को खत्म करे, वही तो योग है.

कोरोना के इस संकट के दौरान दुनिया भर के लोगों का माई लाइफ-माई योगा (My Life – My Yoga) वीडियो ब्लॉगिंग कंपटीशन में हिस्सा लेना, दिखाता है कि योग के प्रति उत्साह कितना बढ़ रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि योग हमारी प्रतिरक्षा क्षमता (Immunity) को बढ़ाने में मदद कर सकता है. 

PM मोदी ने योग दिवस के मौके पर देश को संबोधित किया.

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. Covid-19 वायरस खासतौर पर हमारे श्वसन तंत्र, यानी कि respiratory system पर हमला करता है. हमारे श्वसन तंत्र को मजबूत करने में जिससे सबसे ज्यादा मदद मिलती है वो है प्राणायाम, यानी कि (breathing exercise) सांस संबंधी क्रिया.  
  2. सामान्य तौर पर अनुलोम विलोम प्राणायाम ही ज्यादा लोकप्रिय है. ये काफी प्रभावी भी है. लेकिन प्राणायाम के अनेक प्रकार है। इसमें , शीतली, कपालभाति, भ्रामरी, भस्त्रिका, ये सब भी होते हैं, बहुत हैं अनगिनत हैं.
  3. आप प्राणायाम को अपने दैनिक अभ्यास में जरूर शामिल करिए, और अनुलोम-विलोम के साथ ही दूसरी प्राणायाम की विधाओं को भी सीखिए.  योग की इन पद्धतियों का लाभ बड़ी संख्या में आज पूरी दुनिया में Covid-19 मरीज़ भी ले रहे हैं. योग की ताकत से उन्हें इस बीमारी को हराने में मदद मिल रही है. 
  4. स्वामी विवेकानंद कहते थे- “एक आदर्श व्यक्ति वो है जो नितांत निर्जन में भी क्रियाशील रहता है, और अत्यधिक गतिशीलता में भी सम्पूर्ण शांति का अनुभव करता है.” किसी भी व्यक्ति के लिए ये एक बहुत बड़ी क्षमता होती है. 
  5. गीता में भगवान कृष्ण ने योग की व्याख्या करते हुए कहा है-‘योगः कर्मसु कौशलम्’अर्थात्, कर्म की कुशलता ही योग है.
  6. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे यहां कहा गया है- युक्त आहार विहारस्य, युक्त चेष्टस्य कर्मसु। युक्त स्वप्ना-व-बोधस्य, योगो भवति दु:खहा।। अर्थात्, सही खान-पान, सही ढंग से खेल-कूद, सोने-जागने की सही आदतें, और अपने काम, अपनी duties को सही ढंग से करना ही योग है. 
  7. एक सजग नागरिक के रूप में हम परिवार और समाज के रूप में एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे. हम प्रयास करेंगे कि Yoga at home and Yoga with family को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं. हम ज़रूर सफल होंगे, हम ज़रूर विजयी होंगे.  
  8. कोरोना के इस संकट के दौरान दुनिया भर के लोगों का माई लाइफ-माई योगा ( My Life – My Yoga) वीडियो ब्लॉगिंग कंपटीशन में हिस्सा लेना, दिखाता है कि योग के प्रति उत्साह कितना बढ़ रहा है.
  9. प्रधानमंत्री ने कहा कि बच्चे, बड़े, युवा, परिवार के बुजुर्ग, सभी जब एक साथ योग के माध्यम से जुडते हैं, तो पूरे घर में एक ऊर्जा का संचार होता है. इसलिए, इस बार का योग दिवस, भावनात्मक योग का भी दिन है, हमारे परिवार में जुड़ाव को भी बढ़ाने का दिन है. 
  10. योग एक स्वस्थ ग्रह के लिए हमारी खोज को बढ़ाता है. यह एकता के लिए एक शक्ति के रूप में उभरा है और मानवता के बंधनों को गहरा करता है. इसमें भेदभाव नहीं है. यह जाति, रंग, लिंग, मान्यता और राष्ट्रों से परे है. योग को कोई भी अपना सकता है. 
Exit mobile version