ब्राजील : कोरोना वायरस दौर में सवेंदनहीनता, सड़क पर 30 घंटे तक लाश पड़ी रही लेकिन उसे उठाने कोई नहीं आया

कोरोना वायरस महामारी से बेहाल ब्राजील अब रूस को पीछे छोड़ रहा है. पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा संक्रमित देशों की सूची में ब्राजील दुसरे पायदान तक पहुँच गया है. ब्राजील में शुक्रवार को 20,803 नए मामले सामने आए जिससे कुल संक्रमित लोगों की संख्‍या अब बढ़कर 3,30,890 हो गई है. ब्राजील में हालात कितने खराब हैं इसकी बानगी इस घटना से देखने को मिली. रियो डी जेनेरियो में सड़क पर 30 घंटे तक लाश पड़ी रही लेकिन उसे उठाने कोई नहीं आया. रियो डी जेनेरिओ शहर में 62 वर्षीय वलनिअर डी सिल्‍वा की कोरोना वायरस से मौ’त हो गई. उनका श’व कार पार्किंग के बीच पाया गया.

करीब 30 घंटे तक उनकी लाश पड़ी रही लेकिन उन्‍हें उठाने कोई नहीं आया. इस दौरान कई लोग वहां से गुजरे लेकिन किसी ने लाश हटाने की सुध नहीं ली. स्‍थानीय लोगों ने बताया कि जब सिल्‍वा को सांस लेने में दिक्‍कत हुई तो उन्‍होंने एंबुलेंस बुलाई थी लेकिन उनकी हालत बिगड़ती गई और मौत हो गई. लेकिन शायद इतना ही काफी नहीं था, इसके बाद सिल्‍वा के साथ और भी ज्‍यादा बुरा हुआ. एंबुलेंस वालों ने उनकी लाश को सड़क पर रख दिया और चले गए. उनका कहना था कि लाशों को हटाना उनकी जिम्‍मेदारी नहीं है. सिल्‍वा के परिवार ने अगले दिन पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया लेकिन उन्‍होंने शव को हटाने से मना कर द‍िया. पुलिस विभाग ने कहा कि वह केवल आपराधिक मामलों में ही लाशों को हटाता है.

करीब 30 घंटे बाद अंतिम संस्‍कार करने वाली टीम आई और उनके शव को हटाया गया. इस दुखद अनुभव से सिल्‍वा का परिवार अब बुरी तरह से टूट गया है. ब्राजील में कोविड-19 संक्रमण के कुल 3,30,890 मामले सामने आए हैं. यहां संक्रमण के मामले रूस से अधिक है, जो कि जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के मुताबिक विश्व में संक्रमण के सर्वाधिक मामलों वाला दूसरा देश है. इस बीच यहां यह बहस चल रही है कि लॉकडाउन में ढील दी जाए या फिर और सख्त पाबंदियां लगाई जाए. रियो डी जेनेरियो के मेयर ने कहा कि वह चाहते हैं कि अगले कुछ दिनों में गैर जरूरी सामान की दुकानों को धीरे-धीरे खोला जाए.

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