माकपा कार्यकर्ताओं ने श्रमदान से खदान के पानी को तालाब की ओर मोड़ा : 1000 से ज्यादा परिवार होंगे लाभान्वित

admin

May 2, 2020

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माकपा कार्यकर्ताओं ने श्रमदान से खदान के पानी को तालाब की ओर मोड़ा : 1000 से ज्यादा परिवार होंगे लाभान्वित

Published on: May 2, 2020
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माकपा कार्यकर्ताओं ने श्रमदान से खदान के पानी को तालाब की ओर मोड़ा : 1000 से ज्यादा परिवार होंगे लाभान्वित

कोरोना संकट के दौर में कोरबा माकपा द्वारा आम जनता को राहत देने के अभिनव प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में माकपा कार्यकर्ताओं ने श्रमदान कर कच्चा बांध बनाकर एसईसीएल के बांकी खदान से निकलने वाले पानी की धार को देवतालाब की ओर मोड़कर जल संकट को स्थाई रूप से दूर करने का प्रयास किया है।

कोरबा नगर निगम के मोंगरा वार्ड की बांकी बस्ती के लिए जल संकट एक स्थाई समस्या है और गर्मी में यह विकराल रूप ले लेती है। पेयजल के साथ ही निस्तारी और पशुओं के लिए पानी की समस्या भी बनी रहती है। लॉक डाउन में घरों से निकलने में पाबंदी के चलते यह संकट और बढ़ गया है। इस समस्या की ओर बार-बार जिला प्रशासन तथा एसईसीएल प्रबंधन का ध्यान आकर्षित करने के बावजूद कोई समाधान आज तक नहीं हुआ था।

ऐसे में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कोरबा जिला सचिव प्रशांत झा तथा पार्षद राजकुमारी कंवर ने पहलकदमी की। उन्होंने बांकी खदान से निकलने वाले पानी को बांकी बस्ती के देवतालाब में भरने की मांग की, जो अभी तक नाले में बहकर व्यर्थ चला जाता था। उल्लेखनीय है कि यह तालाब 200 साल से भी ज्यादा पुराना है और काफी गहरा भी। ग्रामीणजनों की आस्था है कि उनके ग्राम-देवता इसी तालाब में बसते हैं। इसी कारण तालाब का नाम भी देवतालाब पड़ा है। लेकिन इस क्षेत्र में खदान खुलने के बाद से यह गर्मियों में पूरी तरह से सूख जाता है, क्योंकि जलभराव के सभी रास्ते बंद हो गए हैं। खदान क्षेत्र में आने के कारण इस तालाब की उपयुक्त देखभाल की जिम्मेदारी भी एसईसीएल प्रबंधन की ही बनती है।

माकपा के इस सुझाव को एसईसीएल प्रबंधन ने भी गंभीरता से लिया तथा सुराकछार एरिया के प्रबंधक दिव्यजीवन सी और सिविल इंजीनियर विपिन शर्मा ने तत्काल कार्य करवाने का आदेश दिया। खदान के बहते पानी को देवतालाब की ओर मोड़ने के लिए तालाब से आधा किमी. दूर स्थित कच्ची डबरी पर बांध बनाने और यहां संग्रहित पानी को नहर के जरिये तालाब तक लाने का निर्णय हुआ। इस कार्य के लिए मशीनों का तो इंतजाम हो गया, लेकिन मजदूरों का इंतजाम नहीं हो पा रहा था। निगम क्षेत्र होने के कारण मनरेगा के जरिए भी यह काम करवाना संभव नहीं था।

ऐसी परिस्थितियों में जनता को राहत पहुंचाने माकपा ने श्रमदान का निर्णय लिया तथा पार्टी के स्थानीय नेताओं जवाहर कंवर, दिलहरण बिंझवार और श्याम सुंदर यादव के नेतृत्व में भागवत, विजय, चंद्र भुवन और कन्हैया रजक आदि की टीम ने मिलकर बांध निर्माण का काम पूरा किया। इससे खदान से निकलने वाला पानी देवतालाब में भरना शुरू हो गया है। इस बांध निर्माण से बांकी बस्ती व आसपास के क्षेत्र के एक हजार से ज्यादा परिवारों को फायदा होगा।

माकपा की इस पहलकदमी की सर्वत्र सराहना की जा रही है और आमजन यह आशा कर रहे हैं कि माकपा का यह प्रयास रंग लाएगा और देवतालाब अपने 50 वर्ष पुराने स्वरूप में फिर से निखरकर उभरेगा और उसे पुनः प्रतिष्ठा हासिल होगी।

               

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