नई दिल्ली : पूर्वी उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले की बरहज विधानसभा सीट के बीजेपी विधायक सुरेश तिवारी ( Suresh Tiwari ) को पार्टी ने कड़ी फटकार लगाई है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ( JP Nadda ) ने कहा कि ऐसे बयान को पार्टी कतई बर्दाश्त नहीं करेगा. सुरेश तिवारी का बयान वायरल होने के बाद पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस तरह के बयान के लिए उत्तर प्रदेश भाजपा को तुरंत कार्रवाई करने को कहा. इसके बाद यूपी बीजेपी ने विधायक सुरेश तिवारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. इसके साथ-साथ जेपी नड्डा ने सभी बीजेपी नेताओं को इस तरह की टिप्पणी से मना किया है.

बता दें कि बयान को लेकर BJP विधायक सुरेश तिवारी को कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा रहा है, क्योंकि उन्होंने कोरोनावायरस के चलते किए गए लॉकडाउन के दौरान न सिर्फ अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों से एक वीडियो में मुस्लिम सब्ज़ी विक्रेताओं से खरीदने के खिलाफ चेताया, बल्कि आलोचना होने पर भी अपने बयान का बचाव करते हुए पूछा, “इस पर बवाल क्यों बना रहे हैं…?”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल ही में महामारी का सम्प्रदायीकरण किए जाने के खिलाफ बोलने के बावजूद 74-वर्षीय सुरेश तिवारी ने हिन्दी में कहा, “ध्यान रखिए… मैं खुलकर सभी से कह रहा हूं… ‘मियां’ लोगों (मुस्लिमों) से सब्ज़ी खरीदने की कोई ज़रूरत नहीं है…” उनके इस बयान का 14 सेकंड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
इसके बाद जब इस विवाद के बारे में उनसे बात की गई, तो उन्होंने माना कि पिछले सप्ताह उन्होंने यह टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा, “मैं पिछले हफ्ते अपने निर्वाचन क्षेत्र में था, और 10-12 लोगों से बात कर रहा था… लॉकडाउन पर बात कर रहे थे… मुझे बताया गया कि मुस्लिम विक्रेता बेचने के लिए लाई सब्ज़ियों पर थूक रहे हैं…”
विधायक के अनुसार, “तब मैंने उनसे कहा कि इसमें मैं कुछ नहीं कर सकता हूं, लेकिन उन्हें इस तरह के विक्रेताओं से सब्ज़ी खरीदने से बचना चाहिए, ताकि कोरोनावायरस न हो जाए… जब लोग पूछेंगे कि क्या करना चाहिए, तो एक विधायक को क्या करना चाहिए…? क्या मैंने कुछ गलत कहा…? क्यों इसका बवाल बनाया जा रहा है…?”
देवरिया स्थित अपने घर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरेश तिवारी ने कहा, “( ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख असदुद्दीन ) ओवैसी हिन्दुओं के बारे में आपत्तिजनक बातें कहते हैं… कोई ध्यान नहीं देता, और एक विधायक ने अपने ही क्षेत्र में लोगों के फायदे के लिए उन्हें कुछ बताया, तो इतना बड़ा मुद्दा बना दिया गया…”