जयपुर। राजस्थान में जारी राजनीति गहमागहमी के बीच आज सुबह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीकी नेताओं के यहां आयकर विभाग ने छापेमारी की. दिल्ली से आई आयकर विभाग की टीम ने धर्मेंद्र राठौड़ और राजीव अरोड़ा के प्रतिष्ठान और घर पर छापा मारा. ये दोनों कांग्रेस के बड़े नेता और सीएम गहलोत के खास माने जाते हैं.
जानकारी के अनुसार बड़े हवाला कारोबार के अंदेशे पर इनकम टैक्स विभाग की टीम आज दिल्ली से यहां पहुंची. इसी टीम ने सीएम गहलोत के करीबी नेताओं के घरों और प्रतिष्ठानों पर छापे की कार्यवाही को अंजाम दिया.
राजस्थान में डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बगावती तेवर की वजह से उत्पन्न हुये राजनीतिक संकट के बीच बताया गया है कि राजधानी जयपुर के अलावा प्रदेश के कई अन्य शहरों में भी आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी की कार्यवाही की है.बताया जा रहा है कि आज सुबह दिल्ली से जयपुर पहुंची आयकर विभाग की टीम ने केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर छापे की यह कार्यवाही की है. आईटी टीम ने कूकस स्थित होटल फेयरमाउंट सहित प्रदेशभर में कांग्रेस नेताओं के 22 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की.
सियासी संकट के बीच आयकर विभाग की छापे की कार्यवाही को लेकर राजस्थान में राजनीति गर्मा गई है. कांग्रेस के कई नेताओं ने भाजपा के ऊपर प्रतिशोध की भावना से आयकर छापे की कार्यवाही करवाने का आरोप लगाया है.
राजनीति गहमागहमी :
कॉंग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष के ठिकानों पर इनकम टैक्स के छापे पड़ रहे हैं. ऐसे में राजस्थान कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं. सोमवार को राजस्थान कांग्रेस के नेताओं के 22 ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी (Income Tax Raids) हुई. राजस्थान कांग्रेस के दो बडे़ नेताओं राजीव अरोड़ा और धर्मेंद्र राठौड़ के ठिकानों पर यह छापेमारी हुई. 200 से ज्यादा अधिकारी मिलकर इस छापेमारी को अंजाम दे रहे हैं.
दोनों ही नेता गहलोत के करीबी भी माने जाते हैं. राजीव अरोड़ा अरोड़ा को सीएम गहलोत का फाइनेंशियल मैनेजर माना जाता है तो वहीं धर्मेंद्र राठौड़ उनके सबसे करिबियों में गिने जाते हैं. राजीव पेशे से ज्वेलर भी हैं तो वहीं धर्मेंद्र राठौर ने अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के लोकसभा चुनाव लड़ने के दौरान अहम भूमिका निभाई थी.
गौर हो कि सचिन पायलट रविवार से ही दिल्ली में मौजूद हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि उनके पास कुछ विधायकों का समर्थन हैं. सचिन पायलट ने अपनी तरफ से यह तो साफ कर दिया कि भारतीय जनता पार्टी में शामिल नहीं होंगे लेकिन जिन हालातों में कांग्रेस के नेताओं और खासकर गहलोत के करीबियों की चौखट पर इनकम टैक्स के अधिकारी पहुंचे हैं उससे सूत्रों के दावों को ज्यादा बल मिल रहा है. बता दें कि सूत्रों का कहना है कि सचिन पायलट बीजेपी नेताओं के साथ संपर्क में हैं.
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