Reported by : Chhattisgarhdigest.in , edited by : नाहिदा कुरैशी
रायपुर : यह स्पष्ट है कि राजधानी में कुछ क्षेत्रों को 3 मई तक इंतजार करना होगा, यानी ये खुल नहीं पाएंगे। इनमें राजधानी के सभी शॉपिंग मॉल, मल्टीप्लेक्स, टॉकीज, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, सराफा बाजार, थोक पंडरी बाजार, फोटो स्टूडियो, निजी ऑटो-बस, स्टेडियम, क्लब, जिम, रविभवन, लालगंगा शॉपिंग मॉल, मस्जिद, मंदिर, गुरुद्वारा, चर्च, गार्डन, संग्रहालय, पर्यटन स्थल, साप्ताहिक बाजार, चाय, पान, सभी तरह के सामुदायिक भवन, मैरिज पैलेस, फैंसी और गिफ्ट स्टोर, सेलून, ब्यूटी पार्लर, स्टील व बर्तन की दुकानें, दो और चार पहिया वाहनों के शो रूम आदि।

लाॅकडाउन तक सख्ती रहेगी : जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि बाजार एवं ट्रैफिक के मामले में लाॅकडाउन तक सख्ती रहेगी। वहीँ प्रशासन ने ये भी साफ तौर पर कहा है कि किराना दुकानों को भी समयानुसार खोला जायेगा | इसके अलावा, अब सड़क पर थूकने वालों के खिलाफ केस दर्ज करने का फैसला लिया गया है।
लॉकडाउन का खुलेआम किया जा रहा है उल्लंघन, बेखौफ खोल रहे हैं दुकान : राज्य सरकार गाइड लाइन के तहत जरूरी वस्तुओं के लिए दुकाने खोलने के लिए समय सीमा निर्धारित किया गया है जिस पर लोगों द्वारा पालन किया जा रहा है पर ठीक इसके विपरीत कई ऐसे दुकानदार हैं जो आदेश नियमों की धज्जियाँ उड़ाते नजर आ रहे हैं ।
छत्तीसगढ़ डाइजेस्ट टीम के पडताल में कई चौकाने वाली जानकारी सामने आई है, खमतराई थाना क्षेत्र शिवानंद नगर झंडा चौक के गोंदवारा रोड स्वास्तिक विहार गली नंबर 2 मे खुलेआम ( अरनव प्रोविजन स्टोर ) द्वारा आदेशों का उल्लंघन करते पाया जा रहा है । किराना दुकान खुलने एवं बंद होने के निर्धारित समय सीमा पश्चात खोला जा रहा है । यह दुकानदार द्वारा शाम 6 बजे से देर रात 9 बजे तक कान खोला जाता है साथ ही ऐसे सामानों की बिक्री की जा रही है, जिसे राज्य सरकार ने पाबंदी लगाई है ।

शासन आदेश के बाद भी दुकानदार ले रहे अधिक मुल्य : खास बात यह है कि ऐसी आपदा स्तिथि में खाद्य सामानों की तय रेट से ज्यादा किमत पर बेचे जाने पर आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, लॉकडाउन के आदेश नियमों को ताक पर रखकर दुकान खोली जा रही है, ऐसे दुकानदारों पर शासन का लगाम एवं डर ना होने से ऐसे दुकानदार बेधड़क बेरोकटोक अपनी मनमानी कर रहे है । बता दे कि कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन ने नियमविरुद्ध दुकानें संचालित करने वालों पर सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए है, बावजूद ऐसे दुकानदारों द्वारा आदेश के उल्लंघन व पाबंद वस्तुओं की बिक्री करने पर एवं तय किमत से ज्यादा वसूली किये जाने के उल्लंघन पाऐ जाने पर शासन का लगाम लगना बेहद जरूरी है ।
शहरी क्षेत्र के ही ऐसे कई दुकानदार कीमत से ज्यादा मुल्य पर सामान बेंच रहे है जिससे आम जनता को बहुत परेशानी का सामना करना पढ़ रहा है | बता दें कि लॉकडाउन लागु होने के बाद से जहाँ एक ओर जनता काम छोड़ घर पर बैठी नजर आ रही है, वहीँ आवश्यक चीजों के मुल्य दुकानदारों द्वारा बढ़ाने से आम जन के लिए घरेलु आवश्यक सामान खरीदना मानो नामुमकिन नजर आ रहा है |
क्या ये राज्य में अराजकता है ? सवाल तो यही आता है जब प्रशासन द्वारा नियम लागु तो होते है जनता की भलाई के लिए, किन्तु वो नियम की धज्ज्यियाँ उड़ा रहे व्यापारी की नकेल कसने में विफल नजर आते है | ये केवल आम जनता को ही दिखाने और परेशान करने के तरीके लगने लगते है जब जनता इस आपदा स्थिति में ज्यादा कीमत देने को मजबूर है…. क्या यह छुटपुट व्यापरियों द्वारा राज्य में अराजकता नही फैलायी जा रही ? क्या इन पर लगाम लगाने में शासन सचमुच विफल है ?….