शाओमी ने भारत को दान किए लाखों मास्क और प्रोटेक्टिव सूट, यूजर ने पूछा: जियो-पतंजलि ने क्या दिया?

शाओमी ने भारत को दान किए लाखों मास्क और प्रोटेक्टिव सूट, यूजर ने पूछा: जियो-पतंजलि ने क्या दिया?

चीन की स्मार्टफोन निर्माता कंपनी शाओमी ने भारत में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बड़े पैमाने पर डॉक्टरों के लिए प्रोटेक्टिव सूट और लाखों मास्क दान में देने की घोषणा की है।

Xiaomi के भारत में वाइस प्रेजिडेंट और मैनेजिंग डायरेक्टर मनु कुमार जैन ने सोमवार को कहा कि कंपनी राज्य सरकारों के साथ मिलकर मास्क और डॉक्टरों के प्रोटेक्टिव सूट्स बांटने के काम में जुटी है। उन्होंने कहा कि Xiaomi की ओर से कर्नाटक, पंजाब, दिल्ली के सरकारी अस्पतालों को N-95 मास्क दान किए जाएंगे। राज्यों की पुलिस के जरिए यह काम इसी सप्ताह से शुरू किया जाएगा। इसके अलावा एम्स जैसे कई अस्पतालों में इलाज के काम में जुटे डॉक्टरों को प्रोटेक्टिव सूट भी कंपनी की ओर से दिए जाएंगे।

जैन ने एक खुले पत्र में लिखा, ‘Xiaomi इंडिया ने कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए कई अहम कदम उठाए हैं। इनमें बिजनस ट्रैवल खत्म करना, मीटिंगों को स्थगित करना और सभी कर्मचारियों को मास्क पहनने के लिए कहना शामिल है। हमने अपनी कंपनी में वर्क फ्रॉम होम की व्यवस्था लागू कर दी है और लोगों से अपील की जा रही है कि वे सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करें।’ मनु जैन ने कहा कि हम पहले से ही लगातार सावधानी रख रहे हैं और हाइजीन का ख्याल रख रहे हैं।

शाओमी की इस घोषणा के बाद भारतीय बिजनेसमेन सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर आ गए है। एक यूजर ने सवाल किया कि मुकेश अंबानी और रामदेव की पतंजलि ने क्या दान दिया है। वहीं एक अन्य यूजर ने कहा कि इन लोगो की देश भक्ति पैसा कमाने का साधन है। देश सेवा के लिए नहीं। बता दें कि फिलहाल महिंद्रा ग्रुप के सीईओ आनंद उनकी कंपनी के द्वारा वेंटिलेटर तैयार करने  और उसके रिजॉर्ट्स को कोरोना पीड़ितों के इलाज के लिए हेल्थकेयर होम्स के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए मदद देने का ऐलान किया है।

इससे पहले अलीबाबा के संस्थापक जैक मा ने कोरोनो वायरस महामारी से निपटने के लिए 10 देशों को आपातकालीन चिकित्सा आपूर्ति करने का ऐलान किया है। जैक मा ने ट्विटर पर भारत को छोड़ 1.8 मिलियन मास्क, लाखों टेस्ट किट और हजारों प्रोटेक्टिव सूट कई एशियाई देशों को देने का ऐलान किया। इसके अलावा भी वे लगातार कई देशों को मेडिकल सामग्री लगातार भेज रहे है।

Exit mobile version