Friday, March 29, 2024

डीईओ कार्यालय बेमेतरा बना फर्जीयो का चारागाह,ये कैसी अवमानना

डीईओ कार्यालय बेमेतरा बना फर्जीयो का चारागाह

बेमेतरा जिले के शिक्षाकर्मी नियुक्ति वर्ष 2007 जिसकी भर्ती में चयन समितियों ने फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे ब्यापक मात्रा में भर्ती किए थे जिसकी गूंज पूरे प्रदेश में थी सन 2008 के बाद दोबारा फर्जी शिक्षाकर्मियों की नियुक्ति का मामला 07 वर्षो बाद सन 2015 से 2022 तक लगातार 07 वर्षो से सुर्खियों मे है और अभी सुर्खिया बनी हुई है नियुक्ति के बाद से अब तक इन पंद्रह वर्षो में जिस प्रकार से राजनीतिक और प्रशासनिक सरंक्षण देखने को मिला प्रदेश ही नही देश के इतिहास में शायद पहला मामला होगा जिसका अंत ही नही हो रहा इन बीते वर्षो में जिस प्रकार न्यायालयीन आर्डर का दुरुपयोग हुवा वो कही और देखने को नही मिलेगा इसमे साजा जनपद में तो और ही अनूठा मामला देखने को मिला जहां सामान्य प्रशासन में हाई कोर्ट के ऑर्डर को भी अनुमोदन किया गया और तब के सीईओ की समझ पर भी तरस आती है जो प्रशासनिक ब्यक्ति होकर भी जन प्रतिनिधियों के अब्यवहारिक और अनलीगल प्रकिया पर अपनी मोहर लगाया और हाई कोर्ट के आर्डर के विपरीत नियुक्ति के सजिसकर्ताओ के अनुकूल प्रस्ताव पारित कर पुनर्नियुक्ति में सहयोग किए हालांकि ये मामला न्यायालय की अवमानना की श्रेणी में आता है और अब तक ये बात उच्च न्यायालय के संज्ञान में नही आया है इन तमाम घटनाओं की प्रमाणित शिकायत सेवा निवृत्त शिक्षक नारद सिंह राजपूत ने चीफ सेक्रेटरी छत्तीसगढ़ शासन के समक्ष सन 2019 में किए थे जिसमें अब तक कार्यवाही के बजाय चिट्ठी चिट्ठी का ही खेल हुवा उच्च अधिकारियों को दो से तीन बार स्मरण पत्र के माध्यम से अवगत भी कराया गया अंतिम बार 28 जून 22 को पुनः सम्बंधित विभाग के सेक्रेटरी को स्मरण पत्र लिखा गया है हालांकि इस पर भी कोई कार्यवाही होते नही दिख रही है नारद सिंह राजपूत ने मीडिया से कहा कि ये अंतिम पत्र सेक्रेटरी को लिखी गई है कार्यवाही की उम्मीद तो नही है इसलिए अगस्त माह की प्रथम सप्ताह में हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर करने की बात कही गई

डीईओ कार्यालय बेमेतरा में जांच प्रतिवेदन और शिकायत पत्र की फाइलों पर चढ़ी धूल की परत

सन 2015 में दोबारा ये मामला की शुरुआत रोहणी झा और डामेश्वरी निषाद के ही मामले से शुरू हुई थी जिन्हें सिर्फ एक नोटिस देकर बिना किसी सुनवाई के सीधे बर्खास्त कर दिया गया हालांकि उक्त दोनों शिक्षिकाओं के 12 वी का प्रमाण पत्र पहले और बाद की जांच में फर्जी पाया गया इसमे कोई शक नही और माननीय न्यायालय ने भी उक्त दोनों शिक्षिकाओं के न्यायालयीन ऑर्डर में भी बर्खास्तगी के तरीके पर सवाल उठाए है और अपने ऑर्डर में सेक्रेटरी पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को स्पष्ट आदेशित किए है कि जो अधिकारी विधि विरुद्ध बिना बर्खास्तगी नियमो का पालन किए ऐसी कार्यवाही किए है उनके विरुध्द अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की भी बात अपने आर्डर में माननीय न्यायालय द्वारा कहा गया है साथ ही उक्त आर्डर में पंचायत राज अधिनियम की धारा 07 के पालन नही किए जाने का उल्लेख भी किए है लेकिन विधि सम्मत कार्यवाही करने के बजाय उक्त दोनो शिक्षाकर्मियों को पुनर्नियुक्ति दे दी गई और इसी पुरनियुक्ति को पूरे बेमेतरा के फर्जी शिक्षाकर्मियों ने आधार बनाकर कोर्ट से अपने लिए आर्डर करा लिए इन सब के आर्डर में भी वही बातें लिखी गई है जो रोहणी झा और डामेश्वरी निषाद की आर्डर में लिखी गई थी संविलियन के बाद रोहणी झा और डामेश्वरी निषाद के मामले को डीईओ बेमेतरा ने दो प्राचार्यो से जांच करवाया जांच अधिकारी ने जनवरी 2021 में ही अपना जांच प्रतिवेदन डीईओ बेमेतरा को सौप दिया था जिसकी फाइल ऑफिस में धूल खाते पड़ी है इसके अलावा विभिन्न शिकायत कर्ताओं ने दो वर्ष पूर्व भुनेश्वर शुक्ला संगीता शुक्ला श्रीराम साहू बेबी साहू बहोरन साहू आदि के अलावा बिना नियुक्ति के 09 और लोगो के नौकरी करने की शिकायत हुई थी जिसमे 04 लोगो के विरुद्ध साजा थाना में तत्कालीन बीइओ डॉ नीलिमा गडकरी ने एफआईआर दर्ज कराई थी शेष 05 लोगो का मामला लोगो का मामला भी डीईओ कार्यालय ठंडे बस्ते में दबी पड़ी है इसीलिए जनमानस में ये बात चल पड़ी है कि अब डीईओ कार्यालय बेमेतरा भी फर्जीयो के लिए चारागाह बन गया है

कथन

मैं और परपोड़ी प्राचार्य रोहणी झा और डामेश्वरी निषाद के नियुक्ति के सम्बंध में जांच किए थे जिसमें 12वी के अंक सूची को माध्यमिक शिक्षा मंडल से जांच करवाया गया जिसमें नियुक्ति के समय का सलग्न अंक सूची का अंक माध्यमिक शिक्षा मंडल के अंक से मिलान नही होता नियुक्ति के समय प्रस्तुत अंक सूची के अंकों में छेड़छाड़ हुई है जांच कर प्रतिवेदन जनवरी 2021 में ही डीईओ कार्यालय बेमेतरा को सौप दी गई थी अब कार्यवाही क्यो नही हुई उसे डीईओ कार्यालय ही बता पाएगी

अजय शर्मा जांच अधिकारी एवं प्राचार्य शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक शाला साजा

प्राचार्य हायर सेकेंडरी स्कूल साजा और परपोड़ी जांच अधिकारी थे मैं प्रस्तुत कर्ता था जनवरी 2021 में मैं डीईओ कार्यालय बेमेतरा में रोहणी झा और डामेश्वरी निषाद के विरूद्ध की गई जांच की जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत कर दिया था इन पर क्या कार्यवाही होगी डीईओ कार्यालय ही बता पाएगी
लीलाधर सिन्हा प्रभारी बीइओ साजा

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