Chhattisgarh Digest News Desk :
रायपुर. प्रदेश में अब रोजाना कोरोना विस्फोट हो रहा है। हर गुजरते हुए दिन के साथ संक्रमण तेजी से फैल रहा है और खतरा कई गुना बढ़ता जा रहा है। सोमवार को प्रदेश में 184 नए संक्रमित मरीजों की पहचान हुई, जिनमें एक बार फिर रायपुर में सर्वाधिक 87 मरीज मिले हैं। सबसे बड़ा खतरा दुर्ग जिले में सामने आया जहां, शहर से 15 किलोमीटर दूर ग्राम बोरीगारका की दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पॉजिटिव पाई गईं।

प्रदेश में अब रोजाना कोरोना विस्फोट हो रहा है। हर गुजरते हुए दिन के साथ संक्रमण तेजी से फैल रहा है और खतरा कई गुना बढ़ता जा रहा है।
इन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने वजन त्योहार कार्यक्रम के दौरान 80 बच्चों को अपने हाथों से उठाकर वजन किया था। ये सभी बच्चे प्राइमरी कांटेक्ट में आ गए है, साथ ही इनके परिजन भी। रायपुर से लेकर बस्तर संभाग तक में मरीज मिले हैं। रायपुर में रविवार को जहां 99 मरीज मिले थे. तो सोमवार को 87 मरीज। इनमें डीकेएस सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के यूरोलॉजी स्पेशलिस्ट समेत 8 स्टाफ संक्रमित पाए गए हैं।
इनके अलावा पुलिस जवान और बिरगांव नगर निगम अंतर्गत बड़ी संख्या में मरीज मिले हैं। प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या अब 4,265 जा पहुंची है। अनलॉक डाउन2 में रोजाना अब 104 की दर से कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं, जो चिंता का बहुत बड़ा विषय बन गया है।
बेमेतराः 51 दिनों तक जिंदा है कोरोना वायरस : स्वास्थ्य विभाग राजनांदगांव के ग्राम सेमरिया के 5 और मुर्रा गांव में 2 पॉजिटिव मिले मरीजों की रिपोर्ट सैंपल भेजने के 51 दिन बाद मिली थी। ये दोनों पॉजिटिव पाए गए थे। मगर, 10 जुलाई को दोबारा जांच के लिए 4 सैंपल भेजे गए है। आश्यर्च यह है कि ये चारों लोगपॉजिटिव पाए गए हैं। यानी स्पष्ट है कि वायरस 51 दिन बाद भी जिंदा है। नवलगढ़ बीएमओ डॉ. एलडी ठाकुर ने बताया कि 19 मई को श्रमिकों का सैंपल लेकर जांच के लिए रायपुर भेजा था। जिनकी रिपोर्ट करीब 51 दिन बाद 9 जुलाई को पॉजिटिव आई।