पालघर जिले के 95% और 859 गांव हुवे कोरोना मुक्त…
Reported By:- सलीम कुरैशी पालघर
विधवाओं के पुनर्वास के लिए गठित हो उपसमिति – नीलम गोऱ्हे विधान परिषद उपाध्यक्ष
पालघर : विधान परिषद उपाध्यक्ष नीलम गोऱ्हे पालघर जिले के दौरे पर थीं, जिसमें वह कलेक्ट्रेट योजना भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में उपस्थित रही उन्होंने वहाँ चर्चा संबोधन में कहा कि – भले ही पालघर जिले से कोरोना पूरी तरह से नष्ट नहीं हुआ है, लेकिन मैं संतुष्ट हूं कि 95% कोरोना जिले और 859 गांवों से निर्वासित किया गया है।
उन्होंने कहा – कोरोना से मुक्त हुई ग्राम पंचायतों के साथ-साथ श्रम विभाग, परिवहन विभाग, आदिवासी विभाग, रोजगार गारंटी योजना के अनुभव सुनने के लिए, जिस हद तक क्षेत्रीय परिवहन विभाग ने जनता को सीधी सहायता देने की घोषणा की है, वह पहुंच गया है।
उन्होंने कोरोना से मुक्त हुई 24 ग्राम पंचायतों के सरपंचों से कोरोना के दौरान क्या उपाय किए, इस बचाव हेतु जागरूकता कैसे पैदा की जाए, कठिनाइयों को कैसे दूर किया जाए, कितना टीकाकरण किया गया, आदि पर विस्तृत जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा गठित टास्क फोर्स से कोरोना काल में विधवा हुई महिलाओं के लिए एक उप समिति गठित की जाए। साथ ही विधवाओं के संपत्ति के अधिकार अप्रभावित रहने चाहिए, यह सुनिश्चित करने के लिए एक सतर्कता समिति का गठन किया जाना चाहिए कि कोरोना के दुष्प्रभाव बाल विवाह और बाल श्रम जैसी समस्याओं का कारण न बनें।
विधान परिषद की उपाध्यक्ष नीलम गोऱ्हे ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि किसी दल की महिलाएं शामिल हैं। इस दौरान उन्होंने 9 खण्डों की समीक्षा की। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोविड-19 के बारे में पालघर जिले में वर्तमान स्थिति के बारे में संबंधित अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली।
जिले में योजना के कार्य में गत वर्ष 60 करोड़ 50 लाख दी गई जानकारी व कर्मचारियों के बकाया के अनुसार स्थापना विभाग से 18 करोड़ रुपये प्राप्त हो चुके हैं. राज्य सरकार द्वारा विभिन्न लाभार्थियों को डीबीटी के माध्यम से कुल 27 करोड़ रुपये प्रदान किए गए हैं 1 करोड़ 11 लाख रुपये के डीबीटी के माध्यम से 14 हजार 523 रिक्शा चालकों की सहायता की गई है।
ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को स्थायी कृषि सहायता कैसे प्रदान की जाए, इस पर एक योजना तैयार करने के लिए भी कहा गया।
जिला परिषद अध्यक्ष वैधि वधान, एमएवीआईएम अध्यक्ष ज्योति ठाकरे, सांसद राजेंद्र गावित, विधायक रवींद्र फाटक, मेयर उज्ज्वला काळे, कलेक्टर डॉ. माणिक गुरसळ, मुख्य अधिकारी मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद सिद्धराम सलीमठ, पुलिस अधीक्षक दत्तात्रेय शिंदे, किरण महाजन आदि उपस्थित थे।