कोरोना वैक्सीन को लेकर विपक्षी हमलों पर BJP का पलटवार, कहा- ‘पहले सैनिकों पर उठाए सवाल, अब स्वदेशी वैक्सीन से दुखी’

नई दिल्ली :कोरोना महामारी से जूझ रहे देश को नए साल की शुरुआत में सरकार ने दो वैक्सीन्स का तोहफा दिया है। ऑक्सफोर्ड की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की को-वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिलते ही राजनीति भी शुरू हो गई है। कोरोना वैक्सीन पर सबसे पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बयान दिया तो इसके बाद कई विपक्षी नेताओं ने बयानबाजी की। विपक्षी दलों के कई नेता वैक्सीन के जरिए बीजेपी और सरकार पर निशाना साध रहे हैं।

अखिलेश यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर, राशिद अल्वी समेत कई नेताओं के बयानों के बाद बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पलटवार किया है। पुरी ने आरोप लगाया है कि पहले इन लोगों हमारे सैनिकों की वीरता पर सवाल उठाए और अब वैक्सीन को लेकर नाखुश हैं। 

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, ”हमारे इन हाउस सिनिक जयराम, थरूर और अखिलेश अपने पूरे वास्तविक फॉर्म में व्यवहार कर रहे हैं। उन्होंने पहले हमारे सैनिकों की वीरता पर सवाल उठाया और अब दुखी हैं कि भारत के बने दो टीकों को डीसीजीआई की हरी झंडी मिल गई है। स्पष्ट रूप से वे राजनीतिक हाशिए पर हैं।”

बता दें कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को कोरोना वैक्सीन को बीजेपी का टीका बताते हुए कहा था कि वह भारतीय जनता पार्टी का कोरोना टीका नहीं लगवाएंगे और उनकी सरकार आने पर सभी को नि:शुल्क टीका लगेगा। हालांकि, इसके बाद उनपर बीजेपी नेताओं ने निशाना भी साधा था।

कांग्रेस नेता शशि थरूर – कोवैक्सीन हो सकती है खतरनाक
भारत बायोटेक की स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन को रविवार को डीसीजीआई की मंजूरी मिलने के बाद केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने इसे खतरनाक बताया था। उन्होंने ट्विटर पर कहा, “कोवैक्सीन का अभी तक तीसरे चरण का परीक्षण नहीं हुआ है। समय से पहले इसकी मंजूरी दी गई है, जो कि खतरनाक हो सकता है।”

उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से आग्रह किया कि जब तक ट्रायल पूरा न हो जाए तब तक कोवैक्सीन के इस्तेमाल से बचें। उन्होंने ट्वीट में आगे कहा था कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को स्पष्ट करना चाहिए। जब ​​तक पूर्ण परीक्षण नहीं हो जाता, तब तक इसके उपयोग से बचा जाना चाहिए। भारत इस बीच एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के साथ टीकाकरण की शुरुआत की जा सकती है।

कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने भी वैक्सीन पर सरकार को घेरा
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के वैक्सीन पर दिए गए बयान का समर्थन किया है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि विपक्षी नेताओं के खिलाफ एजेंसियों को लगाया गया। राशिद अल्वी ने कहा, ”पिछले छह सालों के अंदर बीजेपी और देश के प्रधानमंत्री ने विपक्ष के नेताओं के खिलाफ सीबीआई, ईडी समेत कई केंद्रीय एजेंसियों को लगाया। इसलिए आज अखिलेश यादव या विपक्ष के नेताओं को किसी भी तरह का कोई डर है कि वैक्सीन का कोई गलत इस्तेमाल न हो, तो इसमें कोई गलती नहीं है।”

कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि सरकार जिस तरह से विपक्ष के नेताओं के खिलाफ है और मुकदमे चला रही है। हर विपक्षी नेता को सरकार खत्म कर देना चाहती है तो अगर किसी को डर है कि वैक्सीन का गलत इस्तेमाल हो सकता है तो सरकार को चाहिए कि विपक्ष के नेताओं को भरोसे में ले।

‘बीजेपी सरकार इसे कोई सजावटी-दिखावटी इवेंट न समझे’
कोरोना टीका को बीजेपी का टीका बताने के बाद अखिलेश यादव ने रविवार सुबह फिर वैक्सीन को लेकर ट्वीट किया। उन्होंने सरकार को घेरते हुए कहा कि कोरोना का टीकाकरण एक संवेदनशील प्रक्रिया है इसीलिए बीजेपी सरकार इसे कोई सजावटी-दिखावटी इवेंट न समझे और पुख्‍ता इंतज़ामों के बाद ही इसे शुरू करे।

यह लोगों के जीवन से जुड़ा विषय है अत: इसमें बाद में सुधार का खतरा नहीं उठाया जा सकता है। गरीबों के टीकाकरण की निश्चित तारीख घोषित हो। वहीं, अखिलेश के शनिवार वाले बयान पर पलटवार करते हुए प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री और बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्‍यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि अखिलेश यादव को टीके पर भरोसा नहीं है और यह देश के चिकित्सकों और वैज्ञानिकों का अपमान है।