छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में राजीव गांधी की जयंती के मौके पर लोगों को इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी कई सौगातें मिलीं। इनमें नया बस स्टैंड, भगत सिंह चौक पर शेड, नया वाटर सीवेज प्लांट, मल्टी लेवर पार्किंग शामिल हैं। सुबह से शाम तक चले कार्यक्रमों में सबसे पहले CM बघेल ने वर्चुल कार्यक्रम के जरिए राज्य के धान एवं गन्ना उत्पादक करीब 21 लाख किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत 1 हजार 522 करोड़ रूपए उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किए।
जब बृजमोहन ने सरकार से कर डाली ये मांग
इसके बाद मुख्यमंत्री शाम के वक्त भाटागांव के नए बस स्टैंड कैंपस में पहुंचे। यहां कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जैसे ही पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कुछ सवाल उठाए मामला सियासी हो गया। उन्होंने कहा महापौर एजाज कहने में सकुचाते हैं मगर शहर की सबसे बड़ी परेशानी ट्रैफिक है। अगर मुख्यमंत्री जी आप शारदा चौक से तात्यापारा की रोड को चौड़ा करने के लिए लोन दिलवा दें तो अच्छा होगा। ये प्रोजेक्ट आगे बढ़ेगा। पुराने बस स्टैंड को भी इस्तेमाल के लिए रखना चाहिए।
बृजमोहन ने आगे कहा कि- मैं कहूंगा तो आप कह देंगे कि आपके कार्यकाल का काम है मगर स्काय वॉक और एक्सप्रेस वे जैसे प्रोजेक्ट अटके पड़े हैं। इस पर जल्द फैसला करना चाहिए ताकि लोगों को परेशानी न हो। अंग्रेजी मीडियम स्कूल बन रहे हैं, लेकिन उन कैंपस में जो हिंदी मीडियम स्कूल पहले से चल रहे थे उनके बारे में कुछ सोचें आखिर में बृजमोहन अग्रवाल ने मंच से कहा कि 100-100 बिस्तरों का अस्पताल, गुढ़ियारी, मठपुरैना और बीरगांव में बनना था वो प्रोजेक्ट शुरू करवा दें और पुराने रायपुर को व्यवस्थित बनाने में पैसा खर्च करें न कि नवा रायपुर में क्योंकि लोग तो पुराने शहर में ही फिलहाल बसेंगे।
बृजमोहन अग्रवाल के बाद मुख्यमंत्री के बोलने की बारी आई। मंच से लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने बृजमोहन अग्रवाल की बातों का जवाब भी दिया और आम लोगों के बीच भाजपा की कमियों पर भी तंज कसे। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ी में कहा – जहां तक स्काय वाक अउ एक्सप्रेस वे के बात हे त ये स्काय वाक ल काबर बनाए गे हे मोला आज तक समझ नई आइस। इतना सुनते ही कार्यक्रम में मौजूद लोग और अफसर हंसने लगे। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उसे पैदल चलने के लिए बनाया गया, जबकि वहां मौजूद प्रेस कॉम्पलेक्स, कोर्ट, अस्पताल इन सभी जगहों पर लोग एमरजेंसी में पैदल नहीं गाड़ी से जाएंगे न। आप तो मुझे बस बता दिजिए कि फिर स्काय वॉक बना क्यों, फिर हम फैसला कर देंगे।
CM ने चुटीले अंदाज में घेरा तो सब हंस पड़े
CM ने आगे कहा कि स्काय वॉक पर मोनो रेल चलाने की सोची तो इंजीनियर्स ने कह दिया कि ये तो पैदल चलने के लिए बना है कमजोर है अब इसपर चढ़कर जो पैदल चलेगा उसका तो काम पूरा हो जाएगा। उन्होंने हिंदी मीडियम स्कूलों को लेकर कहा कि जिस कैंपस में रेनोवेशन के बाद अंग्रेजी स्कूल बने हैं दूसरी पाली में वहां पुराना हिंदी स्कूल संचालित होगा। शहर के जेएन पांडे, पीजी उमाठे, दानी गर्ल्स स्कूल भी अंग्रेजी स्कूल की तर्ज पर रेनोवेट होंगे। बृजमोहन अग्रवाल की कही शारदा चौक और तात्यापारा सड़क के चौड़ीकरण वाली बात के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा प्रोजेक्ट पुराना है आप 15 साल में नहीं कर पाए मुझे 3 सालों में करने को कह रहे, खैर रायपुर शहर के विकास में जो कुछ बेहतर होगा हमारी सरकार काम करेगी।
बस स्टैंड को अब शुरू कर दिया गया है।
इन प्रोजेक्ट को किया गया है शुरू
नया बस स्टैंड – श्री बालाजी स्वामी ट्रस्ट श्री दूधाधारी मठ से मिली 25 एकड़ जमीन पर अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल का निर्माण किया गया है। लगभग 49 करोड़ रुपए की लागत से बने इस भव्य बस स्टैंड के चार मंजिला इमारत में 104 कमरे बने हैं। इसमें ऑफिस, दुकानें, परिवार कार्यालय, फूड कोर्ट, वेटिंग रूम, फूड स्टॉल, महिला और पुरुष डॉरमेट्री शामिल है। इस बस स्टैंड में महिला और पुरुष के साथ-साथ थर्ड जेंडर टॉयलेट हैं। इस बस टर्मिनल में 14 बस-वे बने हैं। यात्रियों के लिए लिफ्ट भी लगाई गई है। पूरे कैंपस में CCTV कैमरे लगे हैं। पुलिस फोर्स के लिए बैरक भी बनाया गया है। शुरुआती कुछ महीनों में 200 बसों का संचालन होगा। बाद में यहां से 900 बसें हर दिन चलेंगी।
रायपुर में मल्टी लेवल पार्किंग।
मल्टी लेवल पार्किंग- रायपुर में पार्किंग व्यवस्था को सु-व्यवस्थित करने, रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने शहर का दूसरा मल्टीलेवल पार्किंग कॉम्प्लेक्स कलेक्ट्रेट परिसर के पास तैयार किया है, जिसमें 450 चार पहिया और 150 से 200 दो पहिया गाड़ियां एक वक्त में पार्क की जा सकती