दो महीने बाद फरसरा छिंदौला क्षेत्र में हाथियों ने फिर दी दस्तक

Chhattisgarh Digest News Desk ; Edited by : Nahida Qureshi, Farhan Yunus.

मैनपुर. तहसील मुख्यालय मैनपुर के सुदुर अंचल ग्राम पंचायत दबनई के आश्रित ग्राम फरसरा, छिंदौला क्षेत्र में हाथियों का दल दो माह बाद अचानक आ धमकने से क्षेत्र के ग्रामीणों में भारी दहशत का महौल देखने को मिल रहा है। छिंदौला के समीप पहाड़ी से हाथी मित्र दल द्वारा गुरुवार को सूचना मिली कि हाथियों का एक झुंड जिसमें 2 बच्चे समेत कुल 7 हाथी हैं, दडइपनी से छिंदौला की ओर से आ रहे हैं।

इसके पश्चात एकाएक रात में हाथियों का झुंड छिंदौला गांव के समीप पहुंच गया, जिसकी सूचना हाथी मित्र दल के लोगों ने तत्काल वन विभाग को दी। वन विभाग रात में अविलंब गांव पहुंचे और मौके का मुआयना किया। साथ ही लोगों को सचेत किया। गुरुवार रात 9 बजे के आसपास 7 से 8 हाथियों का दल चिंघाडते हुए गांव के भीतर प्रवेश कर गया और मकानों को क्षति पहुंचाने लगे। देखते ही देखते पूरे गांव में दहशत और हल्ला मच गया। लोग अपनी जान बचाने अपने घरों के छप्परों को तोड़कर अपने बच्चों को जैसे-तैसे बाहर निकालकर और पेड़ पर चढ़कर जान बचाई।

हाथियों ने ग्राम छिंदौला फरसरा के 5 से 6 मकानों को ढहाते हुए एवं फसलों को रौंदते हुए जमकर उत्पात मचाया। ग्राम फरसरा के पूर्व पंच रोहित कुमार नायक ने बताया कि सुबह खेत जाने पर पता चला हाथियों ने किसानों के फसलों को रौंदते हुए बर्बाद किया है। इसके अलावा छिंदौला में मकानों को तोड़े जाने की जानकारी मिल रही है। फरसरा के किसान फूलमत बाई, रोहित नायक, रोशन ठाकुर, मुकेश कुमार, कुंवर प्रसाद के खेतों में हाथियों ने फसलों को बर्बाद कर दिया गया और छिंदौला के चार मकानों को ढहाने की जानकारी ग्रामीणों द्वारा दी जा रहा है।

पूर्व में भी इन्हीं क्षेत्रों में हाथियों ने फैलाया था आतंक
ज्ञात हो कि इसके पूर्व में भी हाथियों के दल ने इन्हीं क्षेत्रों में पहुंचकर दहशत और आतंक फैलाया था। दो महीने बाद फिर दहशत का माहौल इलाकों में देखने को मिल रहा है। रात में ही 4 हाथियों का दल भीम सेनपार पहाड़ी से होते हुए छिंदौला, डढ़ईपानी, तारझर होते हुए ओडिशा बॉर्डर पहुंचने की जानकारी मिल रही है। सुबह वन मंडलाधिकारी मयंक अग्रवाल के निर्देशन में मैनपुर एवं टाइगर रिजर्व के कुल्हाडीघाट रेंज के परिक्षेत्र अधिकारी जीआर ठाकुर, सुदर्शन नेताम दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे।
पिछले कुछ महीनों से ग्रीन कॉरिडोर चैंम्पियन कार्यक्रम के अंतर्गत वन विभाग, वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया एवं नोवा नेचर वेलफेयर सोसाइटी द्वारा मिलकर गांव-गांव में हाथी मित्र दल का गठन किया जा रहा है, जो मानव हाथी द्वंद में मानव और हाथी के बीच दीवार की तरह काम करेगा। हाथी मित्र दल की सूझबूझ से किसी भी प्रकार की जन हानी नही हुई।
हाथियों के दल ने कुछ घरों को नुकसान किया, जिसका मुआयना कर पीडित व्यक्ति को मुआवजा की प्रक्रिया की जानकारी वन विभाग द्वारा दी गई। नोवा नेचर वेलफेयर सोसाइटी के नितेश कुमार साहू एवं ओम प्रकाश विभाग के साथ लगातार हाथियों की निगरानी कर रही है। साथ ही आस पास के सभी गांवों में हाथी मित्र दल को सक्रिय कर दिया गया है। हाथी विचरण क्षेत्र के लुठापारा, जरंडी, बोड़ापाला, खोलापारा, छिंदौला के आसपास गांवों में हाथी मित्र दल वन विभाग के साथ तैयार हैं और लगातार गांवों में मुनादी कराकर हाथी विचरण वाले स्थानों से दूर रहने हाथी द्वंद एवं बचाव की जानकारी ग्रामीणों को बैठक लेकर दे रहे हैं।

क्या कहते हैं अधिकारी
वन परिक्षेत्र अधिकारी कुल्हाड़ीघाट सुदर्शन नेताम ने बताया कि रात लगभग 9 बजे के आसपास 7 से 8 हाथियों का दल अचानक गांव के आसपास विचरण करते हुए कुछ किसानों के मकान, बाड़ी, फसलों को क्षति पहुंचाई है। हाथी मित्र दल द्वारा किसानों को सजग और सचेत करते हुए सावधानियां बरतने कहा गया। वहीं हाथियों के दल द्वारा जो क्षति पहुंचाई गई है, उसका आंकलन किया जा रहा है और प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। वहीं हाथियों के दल पर विभाग पूरी नजर बनाए हुए है। हाथियों का दल छिंदौला से खोलानाला होते हुए ओडिशा सीमा की ओर बढ़ रहे हैं।

Leave a Comment