Reported by : सलीम कुरैशी (पालघर)…
पालघर/दहानू : राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण वित्तीय संकट के समय में अनुसूचित जनजातियों के परिवारों की मदद करने के लिए खावटी अनुदान योजना को पुनर्जीवित किया है. वर्ष 2020-21 में शुरू की गई खावटी अनुदान योजना का लाभ उठाने के लिए, आदिवासियों को 28.10.2020 को अपनी ग्राम पंचायत में आने वाले सरकारी कर्मचारियों से संपर्क करना होगा और अनुदान के लाभ के लिए एक आवेदन भरना होगा।
बता दें खावटी अनुदान योजना में पात्र लाभार्थियों द्वारा भरे जाने वाले आवेदन परियोजना कार्यालय दहानू द्वारा ग्राम पंचायत और शहरी क्षेत्रों के लिए गठित समिति द्वारा प्रस्तुत किए जा रहे हैं. समिति में तलथियाँ, ग्रामसेवक, कृषीवाक, डाकसेवक, शिक्षक और परियोजना कार्यालय के प्रतिनिधि शामिल हैं.
परियोजना कार्यालय दहानु ने दस्तावेजों को जल्द से जल्द और जल्द से जल्द पूरा करने के लिए अनुसूचित जनजातियों को ख्वाती योजना का लाभ दिलाने के उद्देश्य से ग्राम पंचायत में बुधवार 28.10.2020 को “खावटी अनुदान योजना महा अभियान” का आयोजन किया है. जिसमें परियोजना अधिकारी आशिमा मित्तल ने बताया कि आदिवासी श्रम (01 अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020 तक) के लिए मनरेगा कार्य अंतर्गत काम कर रहे हैं.
जिसमें आदिम जनजातियों के सभी परिवार, पारधी जनजाति के सभी परिवार, भूमिहीन खेतिहर मजदूर, कुतुबुम परित्यक्त/ तलाकशुदा महिला/ विधवा/ विकलांग और जनजातीय परिवारों के साथ कुंवारी माताओं, व्यक्तिगत वन अधिकार परिवार पात्र होंगे.
हालांकि, अनुसूचित जनजाति से संबंधित खावटी परिवार, खावती अनुदान योजना का लाभ उठाने के लिए पात्र हैं. उन्होंने महासम्पर्क अभियान में अपील किया कि ऐसी अनुदान योजना महासंपर्क अभियान में सक्रिय भागीदारी की जानी चाहिए.