यादगिर : तालुका के रूप में घोषित हुवे बीत चुके तीन साल, बावजूद इसके वडगेरा शहर में जारी है अभी भी ग्राम पंचायत प्रशासन…
Report by : Aakash Naik
यादगिर/वडगेरा : कर्नाटका के वडगेरा को तालुका के रूप में घोषित किये 3 वर्ष पुरे हो चुके है, किन्तु यहाँ तीन साल बाद भी विभागीय काम शुरू नहीं हुआ है. यहाँ जनता अभी भी हर कार्य के लिए पुराने तालुक केंद्र तक जाती हैं. सत्तारूढ़ पार्टी भी यहाँ इस तालुक के विकास और सभी विभागों के कार्य करने में रुचि दिखाते नजर नही आ रहे हैं.
गौरतलब है कि यादगिरी जिले में, गुरुमथक्कल, हुनसगी और वडागेरा को एक साथ तालुका घोषित किया गया है. जहाँ नगर पंचायत और सभी विभाग पहले से ही गुरुमठक्कल और इमली के तालुक केंद्र में शुरू कर चुके हैं. लेकिन केवल वडगेरा में अभी भी वही एक ग्राम पंचायत प्रशासन लागु है. वर्तमान में ग्राम पंचायत वडगेरा ने फिर से इसके लिए एक अधिसूचना जारी की है.
वडगेरा को नया तालुक सिर्फ एक नाम कहने वाले शहरवासियों का सवाल यह है कि यह अपनी सारी योग्यता के बावजूद नगर पंचायत के उत्थान में देरी क्यों हो रही है. चूंकि नए तालुक केंद्र में कोई सेवा नहीं है, पुराने तालुक स्टेशन से शाहपुर स्टेशन तक लगभग 50 किमी दूर जाना पड़ता है. राजस्व विभाग, पुराना राजस्व विभाग, समाज कल्याण और शिक्षा विभाग सहित अन्य विभागीय सेवाओं के लिए अभी भी एक पुराना केंद्र है.
शहर की प्रमुख सड़कों पर प्रदूषण और कचड़े दिखते है. सफाई को लेकर कस्बे के निवासियों की शिकायत है कि यहाँ वार्डों की साफ-सफाई नहीं हो रही है, हर वार्ड में नालियां कीचड़ से भरी हैं.
शहर नेता बसवराज सोननद ने कहा – “राज्य सरकार हमारे तालुक को पूरी तरह से भूल गई है. स्थानीय सांसदों भी भूल गए हैं. तालुक तब भी विकसित नहीं हो रहा है जब उसकी अपनी सरकार नियंत्रण में है. विधायकों को विशेष रूप से क्षेत्र को विकसित करना चाहिए. अन्यथा हमें आने वाले दिनों में हमें इसके लिए लड़ना होगा.”