Agnipath: रक्षा मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में अग्निपथ योजना को लेकर अहम घोषणाएं
केंद्र की अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) के खिलाफ देशभर में भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इस बीच रक्षा मंत्रालय तीनों सेना प्रमुखों के साथ मीटिंग रखी थी। अब तीनों सेनाओं द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अग्निपथ योजना के बारे में जानकारी दी जा रही है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सैन्य विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि ये सुधार लंबे समय से लंबित था।
उन्होंने कहा, “हम इस सुधार के साथ युवा और अनुभव लाना चाहते हैं। आज बड़ी संख्या में जवान अपने 30 के पड़ाव पर हैं और अधिकारियों को पहले की तुलना में बहुत बाद में कमान मिल रही है।”
पुरी ने आगे कहा कि, “अगले 4-5 सालों में, हमारा (सैनिकों का) इनटेक 50-60,000 होगा और बाद में बढ़कर 90,000-1.25 लाख हो जाएगा। हमने योजना का विश्लेषण करने और इंफ्रास्ट्रक्चर की क्षमता बढ़ाने के लिए 46,000 से छोटी शुरुआत की है।”
प्रेस कॉन्फ्रेंस की बड़ी बातें-
थलसेना के अग्निवीर- 24 जुलाई से पहले बैच के लिए पेपर शुरु- वहीं एयर मार्शल एस के झा ने बताया कि 24 जून से अग्निवीर बैच नंबर एक के लिए रजिस्ट्रेशन शुरु हो जाएगा। 24 जुलाई से इसके लिए ऑनलाइन एग्जाम भी चालू हो जाएंगे। दिसंबर तक 25000 का पहला बैच एनरॉल हो जाएगा और 30 दिसंबर तक ट्रेनिंग भी चालू हो जाएगी। फरवरी 2023 तक इस संख्या को 40,000 कर दिया जाएगा।
नौसेना के अग्निवीर- इस साल 21 नवंबर से पहले नौसेना अग्निवीर ओडिशा के आईएनएस चिल्का स्थित प्रशिक्षण केंद्र पहुंचना शुरु कर देंगे। इसमें महिला व पुरुष दोनों को मौका मिलेगा- वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी
प्रदर्शन में हिस्सा ने लेने का प्रमाणपत्र लाना होगा- भारतीय सेना का आधार अनुशासन है. यहां आगजनी, तोड़फोड़ के लिए कोई जगह नहीं है। हर व्यक्ति को यह प्रमाणपत्र लाना होगा कि वह विरोध प्रदर्शन या तोड़फोड़ में शामिल नहीं था। 100 फीसदी पुलिस प्रमाणन जरूरी होगा। इसके बिना कोई ज्वाइन नहीं कर पाएगा- लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी
भारतीय सेना में अग्निपथ योजना को लागू किए जाने के बाद देशभर में सेना में जाने की तैयारी कर रहे युवा सड़क पर आ गए हैं। प्रदर्शनकारी युवाओं की तरफ से जगह-जगह ट्रनों को फूंका जा रहा है। सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। यही नहीं बिहार में प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी नेताओं के घरों और कार्यालयों को भी निशाना बनाया।
अग्निपथ योजना को लेकर बिहार से उठी विरोध की चिंगारी 11 राज्यों में फैल चुकी है। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, जम्मू-कश्मीर, झारखंड और राजस्थान के बाद अब तेलंगाना में भी प्रदर्शन हुए हैं। बलिया, समस्तीपुर जैसे कई शहरों में प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन को आग लगा दी।