छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में पुलिस पेट्रोलिंग गाड़ी डायल-112 की टक्कर से बाइक सवार की मौत हो गई। मंगलवार को परिजनों ने थाने के सामने शव रखकर प्रदर्शन किया। 50 लाख रुपए मुआवजे और मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग को लेकर 5 घंटे तक हंगामा चलता रहा। इसके बाद शाम को प्रशासन की ओर से एक लाख रुपए तात्कालिक सहायता उपलब्ध कराई गई है। वहीं नगर निगम में अस्थाई नौकरी का भी आश्वासन दिया है। हालांकि आधिकारिक तौर पर ऐसी घोषणा नहीं हुई है।
जानकारी के मुताबिक, भजनडीपा निवासी विमल दास महंत (38) ट्रांसपोर्ट कंपनी में मैनेजर था। वह सोमवार रात अपने साथी विद्याधर के साथ किसी काम से स्टेशन गया था। दोनों वहां से रात करीब 9.30 बजे बाइक पर घर लौट रहे थे। इसी दौरान कोतरा रोड चौकी के पास डायल-112 की गाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में विमल और विद्याधर घायल हो गए। दोनों को अस्पताल लाया गया, जहां उपचार के दौरान विमल की मौत हो गई।
विमल दास महंत (फाइल फोटो)
थाने के बाहर 5 घंटे चलता रहा हंगामा, अंदर बातचीत जारी
अगले दिन पोस्टमार्टम के बाद जब विमल का शव घर पहुंचा तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। सैकड़ों की संख्या में पुरुष, महिलाएं विमल का शव लेकर थाने के बाहर पहुंच गए और रास्ता जाम कर दिया। करीब 5 घंटे तक थाने के बाहर हंगामा चलता रहा। लोग मुआवजा और नौकरी की मांग को लेकर अड़े हुए थे। सूचना मिलने पर पुलिस अफसर और भाजपा-कांग्रेस के नेता भी पहुंच गए हैं। दोनों पक्षों में थाने के अंदर बातचीत हुई। इसके बाद कांग्रेस पार्षद की ओर से बताया गया कि विमल की पत्नी को नगर निगम में अस्थाई नौकरी दी जाएगी।
थाने के अंदर पुलिस अफसरों और नेताओं व लोगों के बीच बातचीत जारी है।
घर का अकेला कमाने वाला था, माता-पिता दोनों पैरालाइज्ड
लोगों ने बताया कि विमल घर का अकेला कमाने वाला था। उसकी ही कमाई से परिवार का खर्चा चलता था। उसके माता-पिता दोनों पैरालाइज्ड हैं और बीमार रहते हैं। परिवार में उसकी पत्नी , 5 साल का बेटा, 4 साल की बेटी और छोटा भाई है। सभी लोगों का रो-रो कर बुरा हाल है। पुलिस ने डायल-112 के ड्राइवर रेगड़ा निवासी जुमैल अहमद को गिरफ्तार कर लिया है।