छ0ग0 राज्य भण्डारगृह निगम के प्रबंध संचालक सत्यनारायण राठौर (आइ ए एस) दिनांक 29.06.22 को निगम के प्रबंध संचालक के पद पर पदस्थ किये गये,जबकि संगठन ने 27.06.22 को अपनी 05 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन हेतु सूचना जारी की जा चुकी थी जिसमें उक्त पांचों मांगे निगम प्रबंधन के व्दारा ही पूरी की जाती है पर निगम प्रबंधन को अनुभाग प्रमुखों के द्वारा गलत सलाह दिये जाने के कारण प्रबंधन व्दारा 20 दिन बीतने के बाद भी संगठन प्रतिनिधि मण्डल को चर्चा हेतु न
बुलाना एक लालफीताशाही को प्रदर्शित करता है। चूँकि निगम प्रबंधन के पद पर बैठे नवीन प्रबंध संचालक को गुमराह करने का कार्य अनुभाग प्रमुखों जिसमें (अवैध नियुक्ति) के व्दारा छ0ग0 शासन का हवाला दिया जा रहा है क्योंकि अवैध नियुक्ति वाले अपनी सेवा बचाने के लिये छ0ग0शासन का हवाला दे रहे हैं जो कि गलत नीती एवं गलत परंपरा दर्शित करती है। छ0ग0 राज्य भण्डारगृह निगम एक स्वायत्तशासी संस्था है जिसके पूर्ण संचालन अधिकार संचालक मण्डल को विहित किया गया है। छ0ग0 शासन
व्दारा समय समय पर जारी पत्राचार के अनुसार यह अवगत कराया जाता रहा है कि प्रबंध संचालक स्वयं के विवेक से निर्णय लें इसमें छ0ग0शासन का कोई अभिमत नहीं है। जिनके के आदेश पर प्रबंध संचालक नियमों एवं विनियमों को लागू करते हैं किन्तु
निगम में हाई कोर्ट के आदेश को भी दरकिनार किया जा रहा है। मान0 उच्च न्यायालय के आदेश वर्ष 2017-18 में नियमितीकरण हेतु जारी किये गये थे जिनका पालन न करते हुये छ0ग0शासन का हवाला दिया जा रहा है। छ0ग0 शासन किसी प्रकार का अनुदान या वित्तीय सहायता निगम को नहीं प्रदान करती है फिर भी निगम प्रबंधनहमेशा कर्मचारियों की मांगों का निराकरण नहीं करते हुये छ0ग0 शासन का हवाला दे
कर गुमराह करता है जिसके कारण बाध्य होकर कर्मचारी संघ के व्दारा दिनांक 19.07.22 को धरना स्थल बूढ़ा तालाब में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन हेतु बाध्य हुआ है।
जिसकी संपूर्ण जवाबदारी निगम प्रबंधन की है। इस धरना प्रदर्शन के बाद भी मांगे पूरी नहीं किये जाने पर संघ के व्दारा अनिश्चित कालीन आंदोलन भी किया जाना प्रस्तावित करने की बात की गई
है। उक्त जानकारी संघ के महामंत्री व्दारा जारी की गई ।
महामंत्री
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