रायपुर. झीरम कांड की याद में अब तक कांग्रेस पार्टी स्तर पर कार्यक्रम करती रही है। अब इसे सरकारी रूप दिया जा रहा है। शनिवार को सरकार ने इसे लेकर घोषणा की। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीटर पर लिखा कि 25 मई 2013 को झीरम घाटी में नक्सल हिंसा के शिकार हुए प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं, सुरक्षा बलों के जवानों और विगत वर्षों में नक्सल हिंसा के शिकार हुए सभी लोगों की स्मृति में 25 मई को प्रतिवर्ष छत्तीसगढ़ में अब ’झीरम श्रद्धांजलि दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा।

झीरम हमला उस वक्त हुआ, जब साल 2013 में कांग्रेस पार्टी तत्कालीन भारतीय जनता पार्टी की सरकार के खिलाफ परिवर्तन यात्रा निकाल रही थी। नक्सलियों के हमले में कांग्रेस के नंद कुमार पटेल, विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा समेत कुल 30 से ज्यादा लोगों की मौतें हुई थीं।
हमले में मारे गए कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा के बेटे छविंद्र कर्मा ने सरकार की घोषणा पर कहा, जब तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, परिजन की शहादत बेकार है। जिन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया वो लोग बाहर घूम रहे हैं। हमारी यही मांग है कि झीरम कांड की ईमानदारी से जांच हो, यह ज्यादा जरूरी है।