
सफाई कर्मचारियों का महासंघ ने किया समर्थन ,,,,,,,,,,,,,,,,राजधानी से 20 किमी पहले रोका गया हजारों सफाई कर्मचारियों को ,,,चाय पानी को मोहताज ,,वर्षो से हो रहा शोषण छत्तीस गढ़ कर्मचारी अधिकारी महासंघ ने हजारों सफाई कर्मचारियों को राजधानी प्रवेश के पहले ही माना बस्ती में रोके जाने महिला कर्मचारियों के साथ ज्यादती की तीव्र निंदा की है ,कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रवक्ता संजय तिवारी ने बताया की आज प्रांतीय संयोजक अनिल शुक्ला एवम महासचिव ओ पी शर्मा के निर्देश पर आज दोपहर बाद तीन बजे इन सफाई कर्मचारियों को समर्थन देने पहुंचे थे किंतु मौजूद पुलिस कर्मियों ने सफाई कर्मचारियों से मिलने मुलाकात करने से बलात रोक दिया ।

श्री तिवारी ने बताया की इन सफाई कर्मचारियों को 2011व 2012 में स्कूलों में नियुक्त किया गया था तब से आज परंत 1500 रुपए प्रतिमाह पर काम करना पड़ रहा है । सफाई कर्मचारी मुख्यमंत्री ,सहित अन्य मंत्रियों से जन घोषणा पत्र के अनुरूप वेतन की मांग करने राजधानी रायपुर आ रहे हैं लेकिन लगभग 30000 सफाई कर्मचारियों को राजधानी से 20 किमी पहले तीन लेयर की बाधा खड़ी कर रोका गया है ,इनमे बड़ी संख्या में महिला कर्मचारी है ,जो पेय जल आदि से भी वंचित है ।पहले बड़ी संख्या में ट्रक लगा कर रोड ही बाधित किया गया फिर सैकड़ों पुलिस व पी एस सी लगा माना स्कूल के पास तैनात कर दिया गया ,,,दूसरी क्रम में माना नहर के पास सैकड़ों पुलिस कर्मी व तीसरी सदानी दरबार के पास भारी पुलिस कर्मी तैनात कर दोपहर से रोक दिया गया है ,। श्री तिवारी ने कहा की जब कुछ इसी तरह का बल प्रयोग किसान आंदोलन के समय केंद्र सरकार ने किया था तब हमारे लोक प्रिय मुख्यमंत्री ने तीखी आलोचना की थी किंतु आज प्रदेश सरकार खुद वही अलोकप्रिय रवैया अपनाया है सफाई कर्मचारी ना तो आतंकी है ना ही नक्सली अतः मुख्यमंत्री जी को इनको राजधानी में आने की अनुमति देनी चाहिए एवम बात करना चाहिए ,, श्री तिवारी ने बताया सफाई कर्मचारी 16 जून से आंदोलन कर रहे है किंतु एक बार भी उनकी सुनवाई नहीं हुई है ,,अधिकारी कर्मचारी महासंघ ने राज्य शासन से सभी संवर्ग के कर्मचारियों की मांगे पूरी करने की मांग की है आज सफाई कर्मचारी हो या राज्य शासन का कर्मचारी सब शासन की उपेक्षा एवम उदासीनता के शिकार है,, श्री तिवारी ने प्रदेश के सत्ता पक्ष को आत्म अवलोकन की भी सलाह देते हुए कहा की किसान दिल्ली में प्रवेश नही कर पाते तो आप उसकी आलोचना करते है वही सफाई कर्मचारियों को राजधानी में स्वयं आने नही दे रहे ,,,केंद्र सरकार जब केंद्रीय कर्मचारियों का मंहगाई भत्ता कोरोना के नाम पर सीज करती है तब राहुल गांधी से लेकर राजधानी के नेता तक कर्मचारियों का दमन बताते हो लेकिन प्रदेश के कर्मचारी तीन सालो से नियत मंहगाई भत्ते से वंचित है , आज भी केंद्र से 14% काम मंहगाई भत्ता पा रहे ,,ऐसे में राहुल गांधी समेत राज्य के नेताओ पर भरोसा ही डगमगा रहा है हाथी के दांत खाने के कुछ और दिखाने के कुछ और ,, महासंघ के नेताओ अनिल शुक्ला , ओ पी शर्मा , करन सिंह अटेरिया, पी आर साहू ,कमलेश राजपूत, विकास राजपुत , जितेंद्र सिंह ठाकुर ,सुनील यादवआलोक मिश्र ने सफाई कर्मचारियों के साथ शासन प्रशासन के अमानवीय कृत्य की निंदा करते हुए सम्मानजनक वेतन मान की मांग की है ।