पूर्व PM इमरान ने कहा – “भारत आजाद मुल्क, पाकिस्तान अभी भी गुलाम”…

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर से सरकार की आलोचना करते हुए भारत का गुणगान किया है। इमरान खान ने भारत को आजाद देश बताते हुए पाकिस्तान को गुलाम मुल्क बताया है। इसके साथ ही उन्होंने युवाओं को एक बार फिर से सरकार के खिलाफ एकजुट होने को कहा है।

भारत के विदेश नीति की तारीफ :
पाकिस्तान में लगातार बढ़ रही महंगाई पर और सरकार की विदेश नीति पर इमरान खान ने हमला बोला है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने रविवार को चारसद्दा के शेखाबाद में एक कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिकी गुलामों ने पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में वृद्धि की, जबकि भारत ने रूस से सस्ता तेल खरीदा और कीमतें कम की। इससे पता चलता है कि भारत आजाद देश है लेकिन हम (पाकिस्तानी) अभी भी गुलाम हैं। उन्होंने स्वतंत्र विदेश नीति का पालन करने के लिए भारत की सराहना करते हुए कहा कि भारत ने अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद रूस से कच्चे तेल का आयात किया।

सत्ता में होते हम तो महंगाई नही होती :
इमरान खान ने कहा कि जब हम सत्ता में थे तो हमारी सरकार ने रूस के साथ 30 फीसदी रियायती दरों पर तेल खरीदने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किया, लेकिन हमारी सरकार को एक साजिश के तहत हटा दिया गया। अगर हमारी सरकार होती तो पाकिस्तान में इतनी महंगाई नहीं होती। इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान की तेज प्रगति के लिए एक स्वतंत्र विदेश नीति होना बेहद जरूरी है।

शहबाज शरीफ को सलाखों के पीछे भेजेंगे :
इमरान खान ने चेतावनी दी कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और पंजाब के मुख्यमंत्री हमजा शहबाज को शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को प्रताड़ित करने और उनके घरों पर छापेमारी करने के लिए देश कभी भी उनको माफ नहीं करेगा। पीटीआई प्रमुख ने दोहराया कि उन सभी को गिरफ्तार किया जाएगा और जल्द ही सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा। इमरान खान ने कहा कि उनकी पार्टी जल्द ही थोपी हुई सरकार को गिराने के लिए इस्लामाबाद की ओर मार्च करेगी।

फिर करेंगे सरकार के खिलाफ मार्च :
युवाओं को एक और लंबे मार्च के लिए तैयार होने के लिए कहते हुए इमरान खान ने कहा कि उनकी पार्टी जल्द ही पाकिस्तान की आयातित सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए इस्लामाबाद की ओर मार्च करना शुरू करेगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर शांतिपूर्ण तरीके से उन्हें इससे वंचित किया गया तो उनकी पार्टी कार्यकर्ता उनके अधिकारों को छीन लेंगे।

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