अगर आप भी कार के AC को चलाते हैं रीसर्क्युलेशन मोड पर, तो भुगतना पड़ सकता है बड़ा खामियाजा
मौजूदा समय में सभी कारें एयर कंडीशनर फीचर के साथ बाजार में बेची जाती हैं। कार में AC के आराम के बिना यात्रा के बारे में सोचना मुश्किल है। वैसे तो हम नियमित रूप से AC का उपयोग करते हैं, लेकिन हम में से अधिकांश यह नहीं जानते हैं कि एयर कंडीशनर से अधिकतम प्रदर्शन प्राप्त करने के लिए हमें रीसर्क्युलेशन मोड या फ्रेश एयर मोड का चयन करना चाहिए या नहीं।
आपको बता दें कि एयर रीसर्क्युलेशन मोड में कार का एयर कंडीशनिंग सिस्टम कूलिंग के लिए कार के अंदर की हवा को फिर से सर्कुलेट करता है। वहीं दूसरी ओर फ्रेश एयर मोड का चयन करने पर सिस्टम कार के सामने एक एयर डक को खोलकर बाहरी हवा को कार में लाता है।
फ्रेश एयर मोड के फायदे व नुकसान
लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि इन दोनों मोड्स के अपने फायदे और नुकसान हैं। अगर आप लंबे समय या कुछ दिनों के बाद अपनी कार का इस्तेमाल करने जा रहे हैं, तो फ्रेश एयर मोड का विकल्प चुनना बेहतर होता है क्योंकि इससे वाहन से अशुद्ध हवा को तेजी से बाहर निकालने में मदद मिलेगी।
इसके अलावा अगर आपने अपनी कार को धूप में पार्क किया है, यह मोड कार के अंदर की गर्म हवा को तेजी से बाहर निकालने में मदद करता है। हालांकि अगर आप इस मोड का इस्तेमाल हर समय करते हैं, तो आप सड़क और वातावरण की धूल को अपनी कार में आने देते हैं और धूल कार की सीट या यात्रियों के कपड़ों से चिपक जाती है।
इसके अलावा फ्रेश एयर मोड में AC का इस्तेमाल करने पर आपको इसका अधिक रखरखाव करने की जरूरत होती है। इसके अलावा चूंकि इस मोड में AC को बाहर से हवा को ठंडा करने के लिए बहुत अधिक मेहनत करनी पड़ती है, यह आपकी कार के माइलेज को भी प्रभावित कर सकता है।
रीसर्क्युलेशन मोड के फायदे और नुकसान
वहीं दूसरी ओर अगर रीसर्क्युलेशन मोड की बात करें तो यह तुलनात्मक रूप से ज्यादा बेहतर है। लेकिन, अगर आप इसे लंबे समय तक इस्तेमाल करते हैं, तो कार के अंदर की हवा अशुद्ध हो जाती है। इसलिए लंबी यात्राओं के दौरान, आप ताजी हवा को अंदर आने देने के लिए समय-समय पर फ्रेश एयर मोड पर स्विच कर सकते हैं
जानकारी के लिए बता दें कि कार के अंदर की हवा को रीसर्क्युलेशन मोड में ठंडा किया जाता है, इसलिए AC को कम काम करना पड़ता है। लेकिन आपको यह ध्यान रखना होता है कि कभी-कभी आपको फ्रेश एयर मोड पर स्विच करना होता है, जिससे कार के केबिन की हवा बदल जाए।
इससे कार के केबिन में ताजी हवा आती है और कार का केबिन उबाऊ नहीं लगता है। लेकिन फ्रेश एयर मोड को चुनते समय भी आपको इस बात का ध्यान रखना होता है कि आप किसी ऐसी जगह से न गुजर रहे हों, जहां का वातावरण काफी प्रदूषित हो। ऐसी अवस्था में बाहर की प्रदूषित हवा कार के केबिन में आ जाएगी।