
शासन द्वारा एल बी संवर्ग के शिक्षकों की पदोन्नति के लिए कैबिनेट में प्रस्ताव पारित कर जल्द ही प्रमोशन करने की तैयारी की गयी थी, जिसकी प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी थी. प्रमोशन के लिए समय सारणी भी जारी किया जा चुका था, कुछ संभाग ने समय पर पदोन्नति सूची जारी कर भी दिए किन्तु बाकी संभाग और जिले नहीं कर पाए. जिसपर एल बी शिक्षकों ने इस पदोन्नति प्रक्रिया को हाई कोर्ट में चुनौती दी, और 13 फरवरी को इस प्रमोशन पर स्टे लग गया.
बता दें शिक्षा विभाग में एल बी संवर्ग की पदोन्नति वन टाइम रिलेक्सेशन के तहत पांच वर्ष की शिक्षकीय अनुभव को केवल एक बार के लिए सिथिल करते हुए तीन वर्ष किया गया है. इसके अंतर्गत वे एल बी संवर्ग के शिक्षक आयेंगे जिनका संविलियन वर्ष 2018 में हुआ था.
प्रमोशन पर स्टे मामलें में सरकार की ओर से जवाब नहीं आया था इसलिए परिणाम आने में देरी हुई, लेकिन अब सभी मामलों पर सरकार की ओर से जवाब प्रस्तुत कर दिया गया है, 24 जून की सुनवाई के मामले में 12 जुलाई को तारीख दी गयी थी लेकिन आज 12 जुलाई को भी कोर्ट द्वारा फिर तारीख दे दी गयी
” कोर्ट में जज साहब ने कहा -जब तक विपक्ष के वकील की सारी दलीले नही सुन लूंगा तब तक हम एक पक्ष को सुनकर फैसला नही कर सकते , कोर्ट में पक्ष और विपक्ष के सारे वकील मौजूद थे पर मुख्य वकील प्रफुल्ल भारत नदारद होने की वजह से शिक्षक वर्ग के फैसले पर सुनवाई नही हो पाई ,2 अगस्त को होगी अगली सुनवाई ।
इस मामलें में जब भी अंतिम सुनवाई होगी फैसले के आधार पर स्टे हटने की पूरी संभावना है साथ ही शिक्षकों को राहत मिल सकती है ।
पदोन्नति की प्रक्रिया सभी संभाग और जिलों में तेज कर दी गयी है. इसके लिए अंतिम वरिष्ठता सूचि और विषयवार प्रस्ताव सूचि भी तैयार कर लिया गया है. कोर्ट से जैसे ही पदोन्नति पर स्टे हटाई जाएगी -संभाग स्तरीय पदोन्नति सूचि जारी कर दिया जाएगा.
पदोन्नति के पात्र सहायक शिक्षक और शिक्षक एल बी के लिए आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है .क्योंकि पदोन्नति स्टे पर आज से अंतिम सुनवाई होगी. पदोन्नति मामले की सुनवाई को पहली प्राथमिकता पर रखने की बात हाई कोर्ट द्वारा की गयी है.
पदोन्नति के हजारों पद रिक्त
स्कूल शिक्षा विभाग में शिक्षकों के हजारों पद रिक्त पड़े है ,जिसे प्रमोशन और सीधी भरती के माध्यम से भरा जाना है. कोर्ट से स्टे हटने के बाद ये प्रक्रिया शुरू भी हो जाएगी.