Thursday, March 28, 2024

कमल शुक्ला – ‘अनशन का गांधीवादी तरीका अब एक बोथरा औजार’, अनशन खत्म पर संघर्ष जारी….

पत्रकार कमल शुक्ला – देशभर के वरिष्ठ पत्रकार साथियों, बुद्धिजीवियों, जन आंदोलन कारियों और मेरे मित्रों ने अपील रही कि मैं अनशन त्याग कर और मजबूती से लड़ाई को आगे जारी रखूं.

रायपुर : प्रदेश की राजधानी समेत अन्य जिलों में चल रहा पत्रकारों का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कल शाम पत्रकार कमल शुक्ला के अनशन तोड़ने से समाप्त हुआ. पत्रकार कमल शुक्ला ने आन्दोलन समाप्ति पर छ.ग. राज्यपाल, राजनीतिक शीर्ष नेताओं के साथ सभी साथियों को जिन्होंने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता व निर्भीक-जनपक्षीय पत्रकारिता के संघर्ष में साथ देकर इस आंदोलन को खड़ा करने में अपना योगदान दिया उनका धन्यवाद किया.

पत्रकार कमल शुक्ला – दरबारियों ने पूरी मेहनत और ईमानदारी से आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की :

पत्रकार कमल शुक्ला :

धन्यवाद उन सभी साथियों को जिन्होंने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता व निर्भीक-जनपक्षीय पत्रकारिता के संघर्ष में साथ देकर इस आंदोलन को खड़ा करने में अपना योगदान दिया और उन लोगों को भी मैं दिल से धन्यवाद देना चाहूंगा और उनका हमेशा आभारी रहूंगा जो कभी पहले पत्रकार हुआ करते थे और अब दरबारी होने की ईमानदारी पूर्वक जिम्मेदारी निभाते हुए इस आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश पूरी मेहनत और ईमानदारी से की जिसकी वजह से आज यहां आंदोलन सफल हुआ.

राहुल गाँधी की इच्छा – देश में फ्री प्रेस :

कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व राहुल गांधी जी का मैं धन्यवाद अदा करना चाहूंगा जिन्होंने इच्छा प्रकट किया है कि उन्हें देश में फ्री प्रेस चाहिए और इसी इच्छा के तहत जब उन्हें ध्यान दिलाया गया कि एक कांग्रेस शासित राज्य छत्तीसगढ़ में पत्रकारों की आवाज को दबाया जा रहा है, तो उन्होंने 9 अक्टूबर को प्रदेश के मुखिया सहित तीन प्रमुख मंत्रियों को फोन कर तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए.

छ.ग. स्वास्थ्य मंत्री ने मांगी प्रदेश सरकार की ओर से माफ़ी :

मैं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंहदेव जी का भी आभारी हूं, जिन्होंने बड़प्पन के साथ स्वीकार किया कि मेरे साथ गलत हुआ और इस बात के लिए उन्होंने अपनी सरकार की तरफ से मुझसे माफी मांगी. उन्होंने बताया कि राहुल गांधी जी ने इस प्रकरण पर उनसे जानकारी मांगा है, जिसे वे अपने लिए आदेश और निर्देश की तरह लेते हैं.

उन्होंने मुझे आश्वस्त किया है की मेरे साथ हुए अन्याय की जांच होगी और दोषियों को दंडित करने के लिए उनकी सरकार पूरा प्रयास करेगी. उन्होंने मुझसे अनशन तोड़ने का भी निवेदन किया इसके लिए मैं उनका आभारी हूं.

घटना के आरोपियों को बचाने और घटना को छुपाने के लिए तमाम हथकंडे अपनाने की कोशिश की गई :

मगर प्रदेश की सरकार के मुखिया ने शुरू से अब तक जो रवैया दिखाए हैं वह साफ इंगित करता है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार एक तानाशाह के हाथ में चला गया है. उन्होंने अभी तक पूरी कोशिश की कि घटना के आरोपियों को बचाया जाए और घटना को छुपाया जाए इसके लिए तमाम हथकंडे अपनाने की कोशिश की गई. गंदी से गंदी कूटनीति और राजनीति मैंने जीवन में पहली बार देखा यह ना केवल कांग्रेस के लिए बल्कि प्रदेश की जनता के लिए भी अच्छे संकेत नहीं है. मुझे उम्मीद है इस घटना को लेकर प्रदेश सरकार के रवैए को लेकर कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व जो लोकतांत्रिक होने का दावा करता है जरूर संज्ञान लेगा.

राज्यपाल से फोन पर बात हुई, महसूस हुआ अनशन का गांधीवादी तरीका अब एक बोथरा औजार :

महामहिम राज्यपाल महोदया सुश्री अनसूया उईके ने फ़ोन से बात कर मुझसे आज अनशन तोड़ने का आग्रह किया उनके आग्रह का सम्मान करते हुए व मुझे भी अब महसूस हो चुका है, कि अनशन का गांधीवादी तरीका अब की सभी सरकारों के लिए एक बोथरा औजार हो चुका है.

देशभर के वरिष्ठ पत्रकार साथियों देशभर के बुद्धिजीवियों देशभर के जन आंदोलन कारियों और मेरे मित्रों ने अपील की हैं कि मैं अनशन त्याग कर और मजबूती से लड़ाई को आगे जारी रखूं. अतः मैंने भी तय किया है निर्भीक और निष्पक्ष पत्रकारिता की लड़ाई को जारी रखने के लिए मेरा जिंदा रहना जरूरी है. एक बार फिर से आप सभी का आभार…

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