रायपुर । राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की कार्यवाहक अध्यक्ष सैयद शहजादी 13 मार्च से 15 मार्च तक छत्तीसगढ़ प्रवास पर रही । उन्होंने जहां सिविल लाइन स्थित न्यू सर्किट हाउस में अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री के नए 15 सूत्रीय कार्यक्रम के संबंध में संबंधित विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली तो वही उन्होंने अल्पसंख्यकों के शिक्षा के अवसर को बढ़ावा देने जैसे एकीकृत बाल विकास सेवाओं की समुचित उपलब्धता, विद्यालय शिक्षा की उपलब्धता को सुधारना, उर्दू शिक्षण के लिए अधिक संसाधन उपलब्ध कराना, मदरसा शिक्षा का आधुनिकीकरण करना, अल्पसंख्यक समुदाय के मेधावी विद्यार्थियों के छात्रवृत्ति, मौलाना आजाद शिक्षा प्रतिष्ठान के माध्यम से शैक्षिक अवसरों को उन्नत करने के संबंध में चर्चा की।
उन्होंने आधारभूत ढांचा विकास योजनाओं में अल्पसंख्यकों की उपयुक्त हिस्सेदारी सुनिश्चित करने, उनके रहन-सहन के स्तर में सुधार करने, ग्रामीण आवास योजना में उचित हिस्सेदारी, प्राथमिकता क्षेत्र के अंतर्गत बैंक ऋण देने, अल्पसंख्यक समुदाय वाली मलिन बस्तियों की स्थिति में सुधार सहित अल्पसंख्यक कल्याण से संबंधित अन्य विषयों पर चर्चा करते हुए तकनीकि शिक्षा के माध्यमों से अल्पसंख्यकों के कौशल उन्नयन पर जोर दिया।
उन्होंने गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले अल्पसंख्यक समुदाय की व्यक्तियों के लिए गरीब स्वरोजगार और मजदूरी रोजगार योजना की जानकारी भी ली। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय में आर्थिक विकास की गतिविधियों को बढ़ावा दें तथा पात्र हितग्राहियों को ऋण की सुविधा प्रदान की जाए। उन्होंने अल्पसंख्यकों को दिए गए टर्म लोन और शैक्षिक ऋण की भी जानकारी ली।
शहजादी ने कहा कि सांप्रदायिक घटनाओं को रोकने हेतु शांति समिति की बैठक आहूत कर सभी समुदाय के समाजों के प्रमुखों को शांति एवं सांप्रदायिक सौहार्द्र बनाए रखने हेतु चर्चा की जाए। आम जनता में शासन और पुलिस प्रशासन के बीच विश्वास बनी रहे। प्रशासन को इस बात का हमेशा ख्याल रखना चाहिए सांप्रदायिक सदभाव कानून व्यवस्था बिगड़ने की स्थिति निर्मित ना हो।
इस दौरान उन्होंने राजा तालाब स्थित मदरसा का भी अवलोकन किया वहां उन्होंने छात्रों एवं शिक्षकों से बात की तथा मदरसा में साफ-सफाई और बच्चों की पढ़ाई पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने पुराना पुलिस मुख्यालय परिसर स्थित मदरसा बोर्ड के कार्यालय का भी भ्रमण किया। बोर्ड के अधिकारी-कर्मचारियों से चर्चा कर उनकी समस्याएं सुनी तो वही दूसरी तरफ मदरसा संचालको की बैठक में मदरसो को मिले अनुदान राशि जो कि 4 साल से रुक गयी है उस मानदेय राशि के संदर्भ में भी विस्तार रूप से चर्चा की वही मदरसा संचालको ने अपनी समस्याएं भी बताई की मदरसा संचालन में किन किन समस्याओ को झेलना पड़ रहा है विगत 4 साल से राशि के बिना समस्याओ का सामना करना पड़ रहा है।
सभी संचालको ने दिया पत्र ,सैयद शहज़ादी के समक्ष रखी जिनके निदान पर उन्होंने मामले को संज्ञान में लेते हुए 4 साल से रुके हुए मानदेय पर कार्यवाही का आश्वासन दिया ।