Reported by : सलीम कुरैशी (पालघर)…
पालघर/ठाणे : सशस्त्र सेना झंडा दिवस (Armed Forces Flag Day) या झंडा दिवस भारतीय सशस्त्र सेना के कर्मियों के कल्याण हेतु भारत की जनता से धन का संग्रह के प्रति समर्पित एक दिन है। यह 1949 से 7 दिसम्बर को भारत में प्रतिवर्ष मनाया जाता है। झंडा दिवस पर पूर्व सैनिकों के कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत भारत में 7 दिसंबर से नवंबर माह के अंत तक धन जुटाया जाता है। इस फंड का उपयोग युद्ध के दौरान अक्षम हुवे सैनिकों के पुनर्वास के लिए, विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए किया जाता है।
इसी कड़ी में महाराष्ट्र के ठाणे जिला कलेक्टर राजेश नार्वेकर ने सशस्त्र बल झंडा कोष संग्रह और विजय दिवस कार्यक्रम के शुभारंभ पर कलक्ट्रेट के समिति हॉल में कहा कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस कोष में योगदान के लिए ऑनलाइन सुविधा का अधिकतम उपयोग करने की अपील की। अवसर पर अतिरिक्त कलेक्टर वैदेही रानाडे, निवासी डिप्टी कलेक्टर शिवाजी पाटिल, डिप्टी कलेक्टर जनरल एडमिनिस्ट्रेशन अभिजीत भांडे डिप्टी कलेक्टर जनरल एडमिनिस्ट्रेशन अभिजीत भांडे पाटिल, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. भाऊसाहेब डांगडे, शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) शेषराव बाडे, पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) स्मिता पाटिल, जिला सेना के अधिकारी मेजर प्रांजल जाधव उपस्थित थे।
वहीँ इस समारोह में महाराष्ट्र, ठाणे के पूर्व सैनिकों के कल्याणकारी संगठन, कल्याण, पूर्व सैनिक संघ बेलापुर, अजी के पूर्व सैनिक कल्याण संगठन डोंबिवली, संयुक्त पूर्व सैनिक संघ अंबरनाथ और ठाणे जिले के पूर्व सैनिक शामिल हुए।
सभी अधिकारियों को जिला कलेक्टर राजेश नरवेकर ने कहा – “हमें ध्वज निधि के लिए दिए गए ध्वज कोष के उचित लक्ष्य को पूरा करना चाहिए। कई लोग ध्वज निधि के लिए मदद करते हैं और हमें इसके लिए पहुंचना चाहिए।” जो लोग नहीं पहुंच सकते हैं उन्हें ऑनलाइन फ्लैगशिप के लिए निर्देशित किया जाना चाहिए। सरकारी कार्यालयों में काम करने के लिए पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों को सहयोग किया जाना चाहिए। स्कूल और कॉलेज के छात्रों को देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देते हुए देश की सेवा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने पूर्व सैनिकों के लिए ऑनलाइन सुविधाएं प्रदान करने के लिए जिला सैनिक अधिकारी, ठाणे को भी बधाई दी।