Chhattisgarh Digest News Desk ; Edited by : Nahida Qureshi, Farhan Yunus.
जकार्ता : पश्चिमी इंडोनेशिया (Indonesia) में बुधवार को समुद्र के अंदर दो शक्तिशाली भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए। अभी तक इस भूकंप से किसी के हतातहत होने की कोई खबर नहीं मिली है। ‘अमरीकी भूगर्भीय सर्वे के अनुसार समुद्र के अंदर 10 किलोमीटर की गहराई पर 6.8 तीव्रता का भूकंप आया। इसका केंद्र सुमात्रा (Sumatra Island) द्वीप पर बेंगकुलु प्रांत में था। इस द्वीप के कई प्रांतों में इन भूकंपों को महसूस किया गया।
अमरीकी भूगर्भीय सर्वे ने बताया कि इसके करीब छह मिनट बाद ही 6.9 तीव्रता का एक दूसरा भूकंप महसूस किया गया। हालांकि भूकंप से सुनामी आने की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है। गौरतलब है कि इंडोनेशिया ‘रिंग ऑफ फायर पर है और इस वजह से यहां भूकंप का खतरा मंडराता रहता है। ज्वालामुखी और सुनामी आने का खतरा बना रहता है।
इससे पहले इंडोनेशिया (Indonesia) में इस साल जून के माह में भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए थे। इसका रिक्टर पैमाना 5.8 तीव्रता था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ये भूकंप भारतीय समय अनुसार 11 बजकर 56 मिनट पर आया था। इसका केंद्र 126 किमी दक्षिण-पश्चिम बुरु जिले में 10 किमी पर उथले समुद्र तल में था। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के अधिकारी के अनुसारभूकंप के बाद सुनामी का अलर्ट नहीं जारी किया गया। इंडोनेशिया में साल भर में दुनियाभर में सबसे अधिक भूकंप आते हैं। ये रिंग ऑफ फायर पर स्थित है।
क्या है रिंग ऑफ फायर ?
दरअसल इंडोनेशिया का इलाका ‘रिंग ऑफ फायर’ (Ring Of Fire) में आता है। प्रशांत महासागर के किनारे-किनारे स्थित यह इलाका दुनिया का सबसे खतरनाक भू-भाग है। इंडोनेशिया एक एक्टिव भूकंप जोन में स्थित है। यही कारण है कि यहां पर इतने ज्यादा भूकंप आते हैं। इंडोनेशिया प्रशांत महासागर में मौजूद ‘रिंग ऑफ फायर’ का पार्ट है। ‘रिंग ऑफ फायर’ प्रशांत महासागर के बेसिन का इलाका है। जहां पर कई ज्वालामुखी फटते रहते हैं। इसके कारण यहां पर तगड़े भूकंप के झटके आते हैं। भूकंप के कारण ही समुद्र में सुनामी का खतरा बना रहता है। यह रिंग ऑफ फायर का इलाका करीब 40 हज़ार किमी के दायरे में फैला है। यहां पर विश्व पर 75 फीसदी सक्रिय ज्वालामुखी हैं।