20 सितंबर को प्लस पोलियो अभियान का सफल क्रियान्वयन
कलेक्टर डॉ। मानिक गुरसळ
पालघर राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान का आयोजन के लिए 17 सितंबर 2020 को पालघर जिले के तीन तालुकों अर्थात् दहानू, पालघर और वसई में किया गया है। पोलियो उन्मूलन का लक्ष्य विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा वर्ष 1988 में निर्धारित किया गया था और इसके अनुसार 1995 से हर साल राज्य में राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान लागू किया गया है। यह अभियान हर साल पालघर ग्रामीण और वसई नगर निगम में भी सफलतापूर्वक लागू किया जाता है। निर्धारित उम्र में 0 से 5 वर्ष से कम आयु के सभी बच्चों को प्राथमिक टीकाकरण, नियमित सर्वेक्षण, और सभी बच्चों के लिए पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के तहत टीकाकरण किया जा रहा है। पालगोई जिले में पोलियो उन्मूलन की तिकड़ी नियमित रूप से लागू की जा रही है और सभी अभिभावकों को उत्साहपूर्वक जवाब देना चाहिए। यह अपील जिला कलेक्टर डॉ। मानिक गुरसळ ने की।
वे कलक्ट्रेट स्थित नियोजन भवन में आयोजित पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान की टास्क फोर्स की बैठक में बोल रहे थे। जिला कलेक्टर ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों, सरपंच, महापौर, पार्षद, पुलिस, पाटिल, जिप सदस्यों, जीआरपी सदस्यों और अन्य सभी जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे पोलियो के बारे में अधिक जागरूकता पैदा करने के लिए अभियान का उद्घाटन करें। कोरोना अवधि के दौरान बच्चों का टीकाकरण करते समय, सरकार द्वारा दिए गए सभी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए उन्हें टीका लगाया जाएगा। बूथ पर सैनिटाइज़र, हाथ धोने की व्यवस्था टीकाकरण कर्मचारी स्वयंसेवक मास्क और दस्ताने पहनते हैं, प्रत्येक लाभार्थी के टीकाकरण के बाद अपने हाथों को साफ करते हैं, आने वाले लाभार्थियों के बीच उचित दूरी रखते हैं, सामाजिक दूरी का पालन करते हैं, घरेलू यात्रा के दौरान बच्चों के लिए सैनिटाइज़र मास्क और दस्ताने लेते हैं। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। दयानंद सूर्यवंशी ने बताया कि बच्चों को बिना मां को छुए ही टीका लगाया जाएगा और इस समय कई अन्य नियमों का पालन किया जाएगा। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। मिलिंद चव्हाण ने बताया कि इनके माध्यम से बच्चों को टीका लगाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए नियमित काम किया जाता है। बूथ पर सुबह 8 से शाम 5 बजे तक टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। उसके बाद बच्चों को ग्रामीण क्षेत्रों में 3 दिन और शहरी क्षेत्रों में 5 दिनों के लिए टीका लगाया जाएगा। बैठक में अतिरिक्त जिला सर्जन डॉ। राजेंद्र केलकर, डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि डॉ। किशोर चव्हाण, सहायक जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। सागर पाटिल ने भाग लिया। चिकित्सा अधीक्षक डॉ। दिनकर गावित उपस्थित थे।