पालघर / आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध नहीं होने पर होगी कार्रवाई – कलेक्टर शिंदे

Chhattisgarh Digest News, Reported by : सलीम कुरैशी… Edited by : नाहिदा कुरैशी, फरहान युनूस…

पालघर : जिले के सभी संगरोध केंद्रों की समीक्षा के लिए एक वीडियो सम्मेलन आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन में डिप्टी कलेक्टर किरण महाजन, तहसीलदार राजस्व उज्जवल भगत, जिला सर्जन कंचन वानरे, अतिरिक्त जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिलिंद चव्हाण, डॉ सागर पाटिल, दाउदु में प्रांतीय अधिकारी, जवाहर वाडा, तहसीलदार, ग्रुप डेवलपमेंट ऑफिसर, मेडिकल सुपरिटेंडेंट, डिप्टी इंजीनियर मौजूद थे। चिकित्सा अधीक्षक, तालुका चिकित्सा अधिकारी, और सभी समन्वयक अधिकारियों को कोविड केयर सेंटर के लिए नियुक्त किया गया।

इस वीसी के माध्यम से कलेक्टर डॉ॰ कैलाश शिंदे ने उन सभी केंद्रों की समीक्षा की, जहाँ पानी, बिजली, स्वच्छता की कमी है, जहाँ नाश्ता और भोजन समय पर उपलब्ध नहीं कराया जाता है, इन सभी सुविधाओं को जल्द से जल्द उपलब्ध कराया जाना चाहिए।

जिला कलेक्टर डॉ॰ कैलास शिंदे ने चेतावनी दी कि यदि जिले में संगरोध केंद्र पानी, स्वच्छता, भोजन और बिजली की आपूर्ति जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान नहीं करता है, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

जिला कलेक्टर डॉ॰ कैलास शिंदे ने सभी प्रांतीय अधिकारियों और तहसीलदारों को निर्देश दिया कि वे अपने काम में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई करें। शिंदे ने दिया संगरोध केंद्र में लोगों को सुबह में पीने के लिए गर्म पानी उपलब्ध कराया जाना चाहिए, नाश्ता समय पर उपलब्ध होना चाहिए, भोजन उपलब्ध होना चाहिए, शौचालय और बाथरूम नियमित रूप से साफ किए जाने चाहिए, चादरें बदलनी चाहिए, मनोरंजक सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए, सी। सी टीवी कैमरे स्थापित किए जाएं, जनरेटर तत्काल उपलब्ध कराए जाएं जहां जनरेटर उपलब्ध नहीं हैं, आदि। सभी सुविधाएं सभी केंद्रों में होनी चाहिए।

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जिला कलेक्टर डॉ॰ कैलास शिंदे ने तुरंत पालन करने के निर्देश दिए ताकि डॉक्टर संगरोध केंद्र के पास रह सकें। उन्होंने कहा कि जिला सर्जन को सप्ताह में दो बार संगरोध केंद्र का दौरा करने की आवश्यकता होती है और स्थिति की जांच करने के लिए प्रांतीय अधिकारी, तहसीलदार, समूह विकास अधिकारी व्यक्तिगत रूप से सप्ताह में एक बार संगरोध केंद्र का दौरा करेंगे।

जिला कलेक्टर डॉ॰ कैलास शिंदे ने स्पष्ट किया कि प्रत्येक अधिकारी को विनम्रतापूर्वक लोगों की मदद करना चाहिए और अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने वाले अधिकारियों या कर्मचारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

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