Chhattisgarh Digest News Desk ; Edited by : Nahida Qureshi, Farhan Yunus.
देश में बंद नैरोगेज के इंजन व डिब्बों को टॉय-ट्रेन के रूप में डोंगरगढ़ पर्यटन स्थल में चलाने कागजी प्रक्रिया शुरू कर दी है
डोंगरगढ़. देश में बंद नैरोगेज के इंजन व डिब्बों को टॉय-ट्रेन के रूप में डोंगरगढ़ पर्यटन स्थल में चलाने संबंधित विधायक व अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष भुनेश्वर बघेल के पत्र पर टूरिज्म बोर्ड ने टॉय-ट्रेन स्थापित करने को लेकर कागजी प्रक्रिया शुरू कर दी है। टूरिज्म बोर्ड ने डीआरएम रायपुर को विधायक के पत्र को संज्ञान में लेते हुए प्रोजेक्ट के संबंध में पूरी जानकारी मांगी है। 21 जुलाई को टूरिज्म बोर्ड की प्रबंध संचालक इफ्फत आरा ने विधायक के पत्र का जवाब देते हुए बताया कि टॉय-ट्रेन स्थापित करने को लेकर रेलवे से पूरी जानकारी मांगी गई है।
बता दे कि विगत दो माह पहले ही विधायक बघेल ने टॉय-ट्रेन के सम्बंध में प्रयास शुरू कर दिया था। उनकी पहल पर टूरिज्म बोर्ड ने कागजी कार्यवाही शुरू की है। विधायक बघेल की पहल पर मुहर लगी, तो डोंगरगढ़ व प्रदेश के पर्यटन में एक नया अध्याय जुड़ेगा।
विधायक भुनेश्वर बघेल ने बताया कि रायपुर से धमतरी के मध्य पूर्व में संचालित नैरो गेज लाइन की छे ट्रेनों को बंद कर डिब्बों व इंजन को रेलवे ने हेरिटेज के रूप में प्रदर्शित करने का निर्णय लिया है।
रेलवे और पर्यटन विभाग सामंजस्य स्थापित कर टॉय – ट्रेन को डोंगरगढ़ स्थित रेलवे स्टेशन से बमलेश्वरी पहाड़ी, चंद्रगिरी, प्रज्ञा गिरी और रावटी पहाड़ी की परिक्रमा करते हुए संचालित की जा सकती है।
शहर की हलचल से दूर पर्यटकों को मिलेगा सुकून
जानकारी के अनुसार टॉय-ट्रेन छोटी बस्तियों और सीढ़ीदार खेतों के ऊपर सुरंगों के माध्यम से लुभावने पुलों पर धीमी-धीमी गुजरेगी। टॉय-ट्रेन के सफर का अनुभव अतुलनीय होता है। सफर के दौरान पर्यटक प्रकृति के मनोरम दृश्य का आनंद ले सकते हैं। ताजी हवा, सुंदर पहाड़ी, पहाड़ों के बीच टॉय-ट्रेन से की जाने वाली प्राकृतिक यात्रा, शहर के हलचल से दूर पर्यटकों को सुकून देगी।