
गरियाबंद जिले के पांच ब्लॉक के देवभोग, मैनपुर, गरियाबंद, छुरा और फिंगेश्वर के सभी अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी 21 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। तो पूरे प्रदेश के स्कूलों में सफाई न होने से बच्चों को गंदगी में खाना-पीना और पढ़ाई करना पड़ रहा है , 5 महीने से भी ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिली है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि शिक्षा मंत्री केवल आश्वासन दे रहे हैं। 2011 में हुई नियुक्ति के समय मात्रा 1034 रुपए मिलते थे। आज यह बढ़कर केवल 2300 रुपए हुए हैं। इससे घर चलाना मुश्किल है।जिला अध्यक्ष चोवाराम गंधर्व ने बताया कि हड़ताल पर बैठे कई लोगों का निधन हो गया लेकिन सरकार की तरफ से कोई मुआवजा नहीं मिला। कांग्रेस ने वादा किया था की सरकार बनते ही 10 दिन में मांगों को पूरा किया जाएगा लेकिन 4 साल बाद भी यहां लंबित हैं। उन्होंने आगे कहा कि 29 जुलाई को तीसरी बार बैठक होगी जिससे पूरे प्रदेश के कर्मचारियों को भारी उम्मीद है।उन्होंने कहा कि यदि मांगें पूरी हो जाए तो 11 वर्ष की अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी की तपस्या पूरी हो जाएगी। यहां जिले के लगभग 20 साथियों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि अगर इस बार हमारी मांग पूरी नहीं होती है तो 30 जुलाई से उग्र आंदोलन करेंगे। उक्त जानकारी जिला मीडिया प्रभारी हरीश नेताम ने दी है।