महाराष्ट्र / “वन संरक्षण” के अवसर पर वृक्षारोपण

Chhattisgarh Digest News Desk ; Edited by : Nahida Qureshi, Farhan Yunus.

Reported by : सलीम कुरैशी (पालघर)…

“वन संरक्षण” के अवसर पर वृक्षारोपण, नफडो शाखा राजुरा द्वारा जंगल के संरक्षण और संरक्षण के लिए संकल्प

चंद्रपुर जिले के राजुरा गाँव में वृक्षारोपण कार्यक्रम :

मनुष्यों ने अपने स्वयं के लाभ के लिए अनगिनत जंगलों को काट दिया और रेगिस्तान बनाए। एक कहावत है, “एक मानव पदचाप रेगिस्तान की तरह है।” घरों को जलाने और बनाने के लिए वृक्षा का बड़े पैमाने पर वध किया जा रहा है। नतीजतन, प्रकृति का चक्र सुचारू रूप से नहीं चलता है, गर्मी बढ़ जाती है, बारिश की मात्रा कम हो जाती है, मिट्टी का क्षरण होता है और हमें बांझपन से निपटना पड़ता है।

इन सभी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, प्राकृतिक पर्यावरण संरक्षण और मानव विकास संस्थान (NEFDO) ने वन संरक्षण दिवस के अवसर पर राजुरा में वृक्षारोपण किया।

इस अवसर पर एनएएफडीओ के सदस्य विजय जम्भुलकर, दिलीप सदावर्ते, अलका सदावर्ते और बादल बेले उपस्थित थे। इस अवसर पर सरिपुत्र जम्भुलकर, आदर्श हाई स्कूल के हेडमास्टर, नलिनी पिंगल, आदर्श प्राथमिक की हेडमिस्ट्रेस, मंगला मोरे, सुजीत पोलवार, तोकलेवर, रागित, वधई, गुरुनुले और अन्य उपस्थित थे।

अल्का सदावर्ते ने कहा कि हम पर्यावरण की रक्षा और सभी लोगों को वनों के महत्व को समझाने के लिए वन वनों के संरक्षण और संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध हैं। विजय जम्बुलकर ने पारिस्थितिक चक्र में वनों के महत्व और पेड़ों के महत्व को समझाया। कार्यक्रम का संचालन बादल बेले ने किया था। आभार सुजीत पोलवार ने माना।