जमीन बेचने वालों को बनाते थे शिकार, कागज तैयार करवाने के नाम पर रुपए लेकर हो जाते थे गायब.
NRDA और सिंचाई विभाग की फर्जी सील और लेटर भी इनके पास से मिले, युवती खुद को वकील बताती है.
रायपुर : रायपुर पुलिस ने पद्युमन अम्बरीश शर्मा और इसकी प्रेमिका सिमरन लालवानी को पकड़ा है। लिवइन रिलेशन शिप में रह रहा ये जोड़ा लोगों को जमीन खरीदने और सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर ठगा करता था। पुलिस को इनके पास से एन.आर.डी.ए. व सिंचाई विभाग का फर्जी सील, एन.आर.डी.ए. व सिंचाई विभाग में नौकरी का फर्जी नियुक्ति पत्र, ठगी के पैसों से खरीदा सोफा, तखत, कूलर, टी-टेबल, स्टूल और 6 मोबाइल फोन भी मिले हैं।
ठग – जोड़ी के मामले :
खम्हारडीह थाने में श्रवण कुमार राठौर ने शिकायत दर्ज करवाई थी। दरअसल श्रवण ने अखबार में अपनी 5 करोड़ की जमीन बेचने का विज्ञापन दिया। ठगों की जोड़ी में से एक ने जितेन्द्र गुप्ता नाम बताकर श्रवण को फोन किया। साढ़े 4 करोड़ में जमीन खरीदने का सौदा तय हुआ। ठग ने दावा किया कि उसने जमीन का लोकेशन देख लिया है, उसे जगह पसंद है। इसके बाद ठग ने अपने सहेली का नंबर श्रवण को भेजकर कहा कि वो उसकी वकील शिवानी दुबे है। ठग ने यह भी कहा कि 8 हजार रुपए वो वकील को दे दें, जमीन के पेपर रेडी करवाने के लिए यह रकम वो सौदे में एडजस्ट करेगा। बातों में आकर श्रवण ने पैसे दे दिए।
मगर संपर्क करने पर कथित वकील और जमीन ग्राहक ने फोन नहीं उठाया। बाद में शिवानी नाम की युवती ने फोन पर कह दिया कि करोड़ों रुपए देने के लिए आ रहे थे कि रास्ते में पुलिस ने पकड़ लिया। इस तरह से इधर-उधर की बातें कर श्रवण से कुल 15 हजार की ठगी की गई। जब जमीन का सौदा करने से ठग आनाकानी करने लगे तो मामला पुलिस के पास पहुंचा। इसी तरह दीपक जिन्दवानी नाम के व्यक्ति ने थाना सिविल लाईन में रिपोर्ट दर्ज कराई। दीपक ने बताया कि उसने भी जमीन का विज्ञापन दिया, उसे किसी सिमरन लालवानी नाम की वकील का फोन आया। वकील ने दस्तावेजों की जानकारी लेने के लिए 5 हजार रुपए मांगे और दीपक को घर बैठे बेवकूफ बनाया।
पुलिस ने एक विशेष टीम बना किया गिरफ्तार :
शिकायतें सामने आने के बाद पुलिस ने एक विशेष टीम बनाई। मुखबिरों को एक्टिव किया गया। ठगी का शिकार हुए लोगों के पास से मिले आरोपियों के फोन नंबर और खाता नंबर की जांच की गई। पुलिस को इस बीच पता चला कि ठगी करने वाले ये बदमाश भाठागांव स्थित रावतपुरा कालोनी में हैं। पुलिस की टीम ने रेड मारकर दोनों को पकड़ लिया।
पूछताछ में दोनों इन ठगी की घटनाओं को कबूला और ऐसे ही 100 से ज्यादा लोगों को ठगने की बात बताई। यह दोनों ठगी के बाद रकम अपने दोस्तों के खातों में ट्रांसफर करवाते थे। बदले में दोस्तों को 1 हजार रुपए कमीशन भी देते थे। यह हर 20 दिन में अपना एड्रेस बदलते रहते थे। दोनों का परिवार भी रायपुर में ही रहता है, परिजनों से भी इस केस में पूछताछ की जा रही है।