आयुर्वेद महाविद्यालय में पुष्य नक्षत्र पर हुआ 51 बच्चों का सवर्ण प्राशन

आयुर्वेद महाविद्यालय में पुष्य नक्षत्र पर हुआ 51 बच्चों का सवर्ण प्राशन
बिलासपुर. शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय के बाल रोग कौमारभृत्य विभाग द्वारा दिनांक 4/2/23 को पुष्यनक्षत्र के अवसर पर प्रात: 9 से दोपहर 3 बजे तक स्वर्ण प्राशन शिविर का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर जन्म से 16 वर्ष तक के 51 बच्चों का स्वर्ण प्राशन विभाग द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय के अधीक्षक प्राचार्य डॉ. रक्षपाल गुप्ता के द्वारा आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वन्तरी का पूजन विधि विधान कर किया गया। स्वर्ण प्राशन से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है तथा समुचित शारीरिक एवं मानसिक वृद्धि एवं विकास भी होता है। स्वर्ण के अत्यंत पुण्यकारी एवं स्वास्थ्यहित से लाभकारी होने के फल स्वरूप इसके औषध प्रयोग का विधान शास्त्रों में पुष्य नक्षत्र में होना उल्लखित है। इसी कारण से स्वर्ण प्राशन को इस नक्षत्र में कराया जाता है। संस्था प्राचार्य डॉ. रक्षपाल गुप्ता के हाथों प्रथम हितग्राही का प्राशन किया गया। प्राचार्य द्वारा उपस्थित हितग्रहियों को आयुर्वेद विधि से उपचार एवं लाभ लेने हेतु प्रेरित भी किया गया। इस अवसर पर चिकित्सालय के सभी चिकित्सा विशेषज्ञ एवं उपधिक्षिका डॉ. नोमिता दीवान तथा चिकित्सालय के समस्त चिकित्साधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन बाल रोग विभाग के विशेषज्ञ डॉ. विद्या भूषण पाण्डेय द्वारा किया गया तथा इन्टर्न डॉ. भूपेन्द्र जामुनकर, चित्रा चंद्रा, बीरबल, चिकित्सालय कर्मचारी कुलदीप, कमल पटेल तथा आत्माराम यादव का विशेष सहयोग रहा।

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