अग्निपथ : इस आग में स्वाहा होने से कुछ नहीं बचेगा

अग्निपथ : इस आग में स्वाहा होने से कुछ नहीं बचेगा(आलेख : बादल सरोज) 🔵 कभी-कभी ऐसा भी होता है कि कविता अस्तित्वमान होकर, भौतिक रूप धर देश भर में घूमती-फिरती नजर आती है। हरिवंशराय बच्चन की छोटी सी कविता – अग्निपथ – इन दिनों इसी धजा में हैं। उन्होंने लिखा था कि : “यह … Read more