विकास के नाम पर हमने प्राकृतिक परिवेश में घोला जहर, विनाश की ओर बढ़ रहे कदम

नाहिदा क़ुरैशी :- जीवन की जरूरतों को विकास का नाम देकर हमने आपदाओं को आमंत्रित किया , आधुनिकीकरण से हमने अपने लिए नए आयाम तो बना लिए लेकिन सबसे जरूरी और जीवनदाहिनी प्रकृति को जितना नुकसान हमने पहुँचाया है , उसकी भरपाई हम अगले 100 सालों तक नही कर पाएंगे ।आजकल मानव निर्मित तकनीकी प्रगति पर्यावरण … Read more