चुनाव नतीजों के सबक और कारपोरेट चीयरलीडर्स का कोहराम

यह मार्केटिंग और चीयर लीडर्स – चीखाओं – का काल है। उन्ही के हाथ में तूती है और गजब की ही बोलती है। इसे बार–बार बजाकर वे इतिहास बदलने की कोशिश तो कर ही रहे हैं, दिनदहाड़े आँखों के सामने घटी घटनाओं को, ताजे घटित हो रहे वर्तमान को भी बदल रहे हैं। वे रात … Read more