21वीं शताब्दी में भी लोगों को पीने योग्य पानी उपलब्ध कराने में सरकारें अक्षम हैं। बेहद शर्मनाक ! – प्रकाशपुंज पांडेय
21वीं शताब्दी में भी लोगों को पीने योग्य पानी उपलब्ध कराने में सरकारें अक्षम हैं। बेहद शर्मनाक ! – प्रकाशपुंज पांडेय
21वीं शताब्दी में भी लोगों को पीने योग्य पानी उपलब्ध कराने में सरकारें अक्षम हैं। बेहद शर्मनाक ! – प्रकाशपुंज पांडेय
‘चर्चा आवश्यक है’ की अगली कड़ी रही “बेटी पढ़ाओ या बेटी बचाओ”, मिशन स्वराज मंच पर हुई सार्थक वर्चुअल चर्चा
लेख-विशेष/ आखिर कानूनी रूप से भेद-भाव क्यों ? हमने सुना था कानून अंधा होता है वह सबके लिए समान है – प्रकाशपुंज पांडेय
Meaningful and important discussion on ‘Mahatma Gandhi’s Village Suraj Abhiyan’ in a series of intellectual discussions in ‘Mission Swaraj’ – Prakash Poonj Pandey
प्रकाशपुंज पाण्डेय – क्या मोदी सरकार के पास देश में बेरोज़गारी समस्या के समाधान का कोई रोडमैप है ?