Chhattisgarh Digest News Desk ; Edited by : Nahida Qureshi, Farhan Yunus.
काबुल। अफगानिस्तान में शांति ( Afghan Peace Talk ) बहाली को लेकर इस साल फरवरी में ही अमरीका और तालिबान ( America Taliban Peace Talk ) के बीच दोहा में एक महत्वपूर्ण समझौता हुए था, लेकिन इसके बावजूद भी हमलों का सिलसिला बरकरार है। हालांकि अब इस्लाम को मानने वालों के सबसे पवित्र पर्व ईद-उल-अज़हा ( Eid-Al-Adha ) के मौके पर तालिबान ने एक बड़ी घोषणा की है।
तालिबान ने मंगलवार को तीन दिन के लिए युद्धविराम ( Ceasefire ) की घोषणा की है। हफ्तों से जारी हिंसा के बीच तालिबान की ओर से यह घोषणा अफगानिस्तान के लिए एक राहत भरी खबर लेकर आई है। इससे पहले मई में तालिबान ने ईद-उल-फितर ( Eid-Ul-Fitr ) के मौके पर तीन दिन के लिए सीजफायर की घोषणा की थी।
Afghanistan : ईद के मौके पर Taliban ने आम जनता को दी राहत, तीन दिनों के संघर्षविराम का ऐलान
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने एक बयान में कहा कि कमांडरों को हिदायत दे दी गई है। हमारे लड़ाके तीन दिनों तक किसी भी प्रकार का हममला नहीं करें। हालांकि यदि उनपर हमला किया जाता है तो बचाव में कार्रवाई करने की पूरी इजाजत है। इसको लेकर उन्होंने एक ट्वीट किया कि हमारे लोगों को विश्वास और खुशी में ईद के इस पवित्र मौके पर तीन दिन बिताने के लिए सभी कमांडरों को हिदायत दी गई है।

आपको बता दें कि अफगान सरकार और तालिबान के बीच कैदियों की अदला-बदली को लेकर अभी भी तनाव बरकरार है। इसी के कारण अभगानिस्तान में लगातार हिंसात्मक घटना देखने को मिल रही है। परिणाम स्वरूप अफगान सरकार शासित समिति और तालिबान के बीच शांति वार्ता में देर हुई है।
अफगान सरकार ने फैसले का किया स्वागत
तालिबान की ओर से युद्ध विराम की घोषणा को लेकर अफगानिस्तान सरकार ने स्वागत किया है। अफगानी राष्ट्रपति के प्रवक्ता सादिक़ सिद्दीकी ने कहा कि सरकार ने तालिबान के युद्धविराम की घोषणा का स्वागत करता है। उन्होंने कहा कि सरकार एक स्थाई शांति चाहती है और इसके लिए सीधे तौर पर बातचीत शुरू करना चाहती है।
मंगलवार को ही राष्ट्रपति अशरफ गनी ने अपने एक भाषण में कहा कि अमरीका-तालिबान समझौते के बाद आतंकी हमलों में 3,560 अफगान सुरक्षा बल के जवान मारे गए हैं। हम तालिबान की ओर से युद्ध विराम की घोषणा का स्वागत करते हैं।
Taliban US Peace Agreement : बंदियों की रिहाई होने पर ही शांति वार्ता : तालिबान
बता दें कि इससे पहले अफगान सरकार और तालिबान के बीच कैदियों की रिहाई को लेकर एक समझौता हुआ था। इस समझौते के मुताबिक, काबुल को पांच हजार तालिबानियों को रिहा करना था, जबकि तालिबान को एक हजार अफगानी सैनिकों को छोड़ना था। लेकिन अफगान सरकार ने अभी तक करीब चार हजार कैदियों को छोड़ चुकी है, वहीं तालिबान ने तकरीबन 800 कर्मियों को रिहा किया है।
6 महीने में 1 हजार से अधिक की मौत: UNAMA
आपको बता कें कि अफगानिस्तान में अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। इस साल के शुरूआती 6 महीनों में ही एक हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र असिस्टेंस मिशन (UNAMA) ने सोमवार को एक रिपोर्ट जारी करते हुए बताया है कि वर्ष के शुरूआती छह महीनों में अफगान सरकारी सैन्य बलों और तालिबान के बीच लड़ाई के कारण 1,280 से अधिक अफगान नागरिक मारे गए हैं।