रायपुर : छत्तीसगढ़ राजधानी के समीपस्थ ग्राम सिलयारी में पिछले दो दिनों से कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा आपसी भाईचारा को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही थी, वहीं एक ओर इन असामाजिक तत्वों द्वारा मुस्लिम समाज के घरों, दुकानों और गाड़ियों पर पत्थर बाजी व लोगों पर प्राणघातक हमलें हो रहे है, तो दूसरी ओर पुलिस प्रशासन यहाँ सुरक्षा के नाम पर केवल मुकदर्शक बन उपद्रवियों के साथ सड़को पर घूमती नजर आयी।
घटना पर नज़र :
मामला प्रेम का –
ग्राम में एक हिन्दू युवती, मुस्लिम युवक से प्रेम के चलते उससे शादी व उसके साथ रहने युवक के घर पहुंच गई, जिसकी सूचना युवक के घरवालों द्वारा ग्राम थाना व युवती के घर पर दी गई व पुलिस से निवेदन किया गया की युवती को समझा-बुझा कर उसके घर भेज दिया जाये।
मामलें पर धार्मिक संगठन व राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते बिगड़ा माहौल –
पीड़ित समुदाय द्वारा एवं कुछ ग्रामीणों ने बताया कि थाना द्वारा घटना की सूचना पर पूर्व सरपंच पति के कहने पर धार्मिक हिंदू संगठन ग्रामीणों को जमा कर थाना घेराव कर समुदाय के युवक पर अश्लील वीडियो और लड़कियों को बहला फुसलाकर पैसा वसूली करने वाले जैसे झूठे आरोप थोपते हुवे, धर्म विरोधी भड़काऊ नारे लगाये जाने लगे।
युवक- युवती को लेकर थाने पहुँचे घरवालों पर थाने से बाहर आते ही थाना परिसर के बाहर उनको धमकाया जाने लगा, मारने की कोशिश भी की जाने लगी, वहीं पुलिस प्रशासन इस पर मौन नजर आयी।
ग्राम छावनी में हुई तब्दील –
घटना के बाद ग्राम में भारी तनावपूर्ण माहौल बना , धार्मिक संगठनों के युवकों द्वारा विशेष समुदाय के युवकों के साथ मारपीट की गई तो वही मुस्लिम समुदाय के लोगों दुकानों के घरों व वाहनों पर पथराव किये गए।
ग्राम में धार्मिक भड़काऊ नारों के साथ तोड़फोड़ व लोगों पर हमलों की अतिआक्रमकता देखते हुए सोमवार रात 2 बजे से सिलयारी में सीएसपी व भारी पुलिस बल तैनात किया गया। गांव में तनाव का माहौल देखते हुए पुलिस बल ने गलियों में ड्रील किया, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।
पीड़ितों व कुछ ग्रामीणों के कहे अनुसार यहाँ तैनात पुलिस बल केवल दर्शक के रूप में नजर आई, बाज़ार के दुकानों, घरों पर पथराव रहे, वाहनों को तोड़फोड़ कर, गलियों में धार्मिक भड़काऊ नारों के साथ रैलियां होती रही, कुछ स्थानीय मुस्लिम युवकों पर जानलेवा हमला भी किया गया, पर तैनात पुलिस बल केवल तमाशबीन दर्शक बनी देखती रही। तैनात बल को जब कहा गया कि आप सिर्फ देख रहे है कुछ कर क्यों नही रहे है, तो उनका कहना था कि हमें कुछ भी करने का आदेश नही मिला है, सवाल यह उठता है की पुलिस किस के इशारे पर चुप थी और क्यो?
बता दें मामले में पुलिस अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। मामले की जानकारी लेने ग्राम थाना व ब्लाक के उच्च अधिकारियों से संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। वहीं बहुत से ग्रामीण भी घटना के बारे में बताने से कतरा रहे हैं।
बहरहाल यहाँ घटना पर पूर्व सरपंच पति द्वारा धार्मिक संगठन को उग्र कर ग्राम में समुदाय विशेष के खिलाफ उग्र करते भड़काऊ नारे बाजी व समुदाय विशेष खत्म करने जैसे नारे और रैलियां निकाल कर राजनैतिक रोटीया सेकने का भरसक प्रयास किया जा रहा है लोगों व महिलाओं पर जानलेवा हमला, सम्पतियों की क्षति होते हुवे भी देख पुलिस मौन और सरकार चुप क्यों नजर आ रही है, पुलिस के कोई ठोस कदम नही उठाने पर आज सिलयारी मुस्लिम जमात द्वारा सभी लोग रायपुर एसपी कार्यालय पहुँचे, जहाँ उन्होंने एसपी प्रशांत अग्रवाल को सम्रग वीडियोज व तोड़फोड़ की खींची गई फोटोज के साथ अपना आवेदन दिया जिस पर एसपी द्वारा आगे कार्यवाही होने का आश्वासन दिया गया।