रायपुर : प्रधान डाकघर के अंतर्गत कार्य कर रहे सभी दैनिक वेतन भोगी कर्मियों को काम से निकाल दिया गया है। मुख्य पोस्टमास्टर छत्तीसगढ़ परिमंडल के आदेश के परिपालन में उक्त कर्मचारियों से एक अगस्त से काम नहीं लिया जाना है।

वहीं काम से एकाएक बाहर किए जाने से निकाले गए इन दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के समक्ष जीविकोपार्जन को लेकर संकट की स्थिति भी पैदा हो गई।

निकाले गए कर्मचारियों ने प्रधान डाकघर कार्यालय परिसर रायपुर में एकत्रित होकर काम पर रखे जाने की मांग को लेकर नारेबाजी भी की। कर्मचारियों ने पत्राचार माध्यम से काम पर वापस रखने गुहार भी लगाई है।

सहायक निर्देशक (स्टाफ) छत्तीसगढ़ परिमंडल रायपुर द्वारा इस संबंध में 28 जुलाई को आदेश जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि संभाग से संबंधित सभी डाकघरों, कार्यालयों से आउटसाईडर, दैनिक वेतन भोगी व्यक्तियों से कार्य लिया जाना त्वरित प्रभाव से बंद किया जाए एवं 31 जुलाई 2022 के बाद किसी भी आउटसाईडर, दैनिक वेतनभोगी व्यक्ति को डाकघर में कार्य हेतु न रखा जाए। आदेश में यह भी कहा गया है कि यदि आवश्यक हो तो उस परिस्थिति में जेम पोर्टल से निविदा प्रक्रिया के माध्यम से आउट सोर्सिंग कर्मचारियों को लिया जाए।

इस आदेश के परिपालन में सोमवार एक अगस्त को काम करने डाकघर पहुंचे दैनिक वेतन भोगियों को बाहर का रास्ता दिखाया गया। हालांकि उन्हें दो पहले से ही आदेश से अवगत करा दिया गया था।

जानकारी हो कि प्रधान डाकघर रायपुर के अतिरिक्त और भी जिलों के प्रधान डाकघरों में ये कर्मचारी आरएमएस, डाकसेवक, चपरासी सहित अन्य तरह के कार्य कर रहे थे। इनमें से कई लोग 2 से 3 वर्ष से तो कई लोग 10 साल से अपनी सेवाएं दे रहे थे। पूरे राज्य के मुख्य डाकघरों में काम कर रहे इन दैनिक वेतनभोगी कर्मचारीयों को इसी तरह आदेश कर काम से निकाल दिया गया है।
इन कर्मचारियों को इस तरह बाहर का रास्ता दिखाने पर इनके सम्मुख बेरोजगारी के साथ-साथ परिवार के जीविकोपार्जन की बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। निकाले गए कर्मचारियों में से अधिकांश लोग अपने परिवार का जीविकोपार्जन के लिए इसी पर निर्भर थे। एकाएक काम से बाहर किए जाने के बाद इनके समक्ष रोजी रोटी को लेकर संकट की स्थिति निर्मित हो गई है।
इनमें से जहाँ अधिकांश कर्मचारी युवा वर्ग के तो वही कई लोगों की की 45 से 50 वर्ष के आसपास है। निकाले गए कर्मचारियों ने जीविकोपार्जन का हवाला देते हुए काम पर वापस रखे जाने की मांग की है।