‘किसान को कांट्रेक्ट फ़ार्मिंग से कोई फायदा नहीं होगा, बल्कि गड़बड़ी आशंका बढ़ेगी’ : CM भूपेश बघेल

पंजाब, हरियाणा के साथ अब छत्तीसगढ़ सरकार भी कर रही खुलकर कृषि विधेयक बिल 2020 का विरोध, कहा : एक राष्ट्र-एक बाजार की बात करने वाले यदि “एक दर” की भी बात करते तो हम इसका विरोध न करते…

रायपुर : जहाँ एक ओर कृषि विधेयक बिल 2020 में पुरे देश में विरोध प्रदर्शन हंगामा चल रहा है. केंद्र सरकार की कृषि बिल को लेकर देश के अलग-अलग राज्यों के किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस भी मोदी सरकार के खिलाफ हमला बोल रही है। पंजाब, हरियाणा के साथ अब छत्तीसगढ़ सरकार भी खुलकर बिल का विरोध कर रही है। वहीँ छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय कृषि बिल का विरोध करते हुवे कहा कि कांट्रेक्ट फ़ार्मिंग से किसानों को कोई फायदा नहीं होगा। बल्कि गड़बड़ी होने की आशंका बढ़ जाएगी।

सीएम ने कहा कि मोदी सरकार कृषि बिल पास कर निजी मंडी लाकर राज्यों की मंड़ी को बंद करना चाहती है। जिसका सीधा असर हमारे किसानों पर पड़ेगा। आगे कहा कि पहले गड़बड़ी होने पर मंडी अधिनियम के तहत कारवाई होती है। वहीं अब नया कानून आने से खुलेआम गड़बड़ी शुरू हो जाएगी।

विरोध में कांग्रेस सोशल मीडिया में स्पीक फॉर फार्मर का कैंपेन भी चला रही है। इसके आलवा कांग्रेस ने बिल के विरोध में पैदल मार्च का एलान किया है।

29 सितंबर को कांग्रेस राजिव भवन से राजभवन तक पैदल मार्च करेंगे। इस मार्च में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित प्रदेश के मंत्री, पीसीसीचीफ मोहन मरकाम सहित कांग्रेस के आला नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे। वहीं राजभवन पहुंचने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राज्यपाल को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपेंगे।