छुट्टी पर घर गए आईजी साहब द्वारा मृतक सब इंस्पेक्टर को सलामी सम्मान देने में निभाई अहम भूमिका

जब चंडीगढ़ स्थित सीआरपीएफ बेतार वाहिनी, 51वी वाहिनी तथा डीआईजी रेंज कंट्रोल रूम के टालमटोल व्यवहार से उस वक्त छुट्टी पर आए आईजी रैंक के आफिसर्स ने रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर को डीजी सीआरपीएफ द्वारा पुर्व अर्धसैनिक के मृतक देह पर पुष्पाहार अर्पित करने में एक अहम भूमिका निभाई। सीआरपीएफ के द्वारा दी जाने वाले *लीव एंड ड्युटी सर्टिफिकेट * पर लिखी गई लाइन को सीआरपीएफ आईजी चंडीगढ़ सेक्टर ने चरितार्थ कर दिखाया। हम देश भर के लाखों पैरामिलिट्री परिवार आईजी साहब द्वारा रात्री तीसरे पहर में अपने मातहत अधिकारियों को दिवंगत आत्मा को अंतिम सलामी सम्मान दिशा निर्देश देने के लिए साधुवाद।
महासचिव रणबीर सिंह द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के हवाले से कहा गया कि रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर जगदीश चंद उम्र 74 साल जो कि गांव जसौर तहसील नगरोटा बगवां जिला कांगड़ा के निवासी थे 29 नवंबर को स्वर्ग सिधार गए जैसा कि उनके बेटे से रात 11 बजे वार्तालाप के दौरान पता चला कि अंतिम संस्कार 30 नवंबर दोपहर को किया जाएगा। दिवंगत आत्मा के बेटे ने सलामी सम्मान देने हेतु चंडीगढ़ स्थित बेतार वाहिनी, 51 वी वाहिनी कंट्रोल रूम से सम्पर्क कर अपने पिताजी की आत्मा के लिए अंतिम सलामी सम्मान देने हेतु अनुरोध किया लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। अब सवाल था कि नजदीकी बटालियन, ग्रुप सैंटर या डीआईजी रेंज को सुचना दी जाए। इस संबंध में महासचिव द्वारा 5वीं बेतार वाहिनी, 51 बटालियन व डीआईजी रेंज चंडीगढ़ के कंट्रोल रूम से सम्पर्क कर मृतक सब इंस्पेक्टर के शरीर पर डीजी सीआरपीएफ द्वारा पुष्पाहार अर्पित करने हेतु सुचना दी गई लेकिन दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि इस तरह की जिम्मेदारी से उपरोक्त युनिट्स कमान अधिकारी बचते या पल्ला झाड़ते नजर आए। मृतक सब इंस्पेक्टर के परिवार वालों ने भी उपरोक्त बटालियनों के कंट्रोल रूम को सांयकालीन 8 बजे सुचना दी गई हर कोई इस तरह के आखिरी सलामी सम्मान गार्ड देने से साफ बचता नजर आया। 5वीं बेतार वाहिनी व 51 बटालियन कंट्रोल रूम से सम्पर्क करने के बाद महासचिव को बताया गया कि आप दिशा निर्देश लेने के डीआईजी रेंज चंडीगढ़ से संपर्क करें जब डीआईजी रेंज कन्ट्रोल रूम से आखिरी सलामी सम्मान देने हेतु सुचना दी गई तो वहां नियुक्त अधिकारी ने ने बताया कि इस बारे में डायरेक्टर जनरल सीआरपीएफ कंट्रोल रूम दिल्ली से सुचना मांगी गई है ओर आपके द्वारा किए गए कॉन्टैक्ट नंबर की छानबीन की जा रही है। अब सवाल उठना लाजिमी है कि क्या बीत रही होगी उस मरहूम सब इंस्पेक्टर शोक संतप्त परिवार पर जिसने देश की सुरक्षा एवं सेवा में अपना जीवन लगा दिया ओर डीजी द्वारा आखिरी पुष्पाहार के लिए गुहार लगाई जा रही थी।
आखिरकार क्यों ये नौबत आई कि छुट्टी पर गए आईजी साहब को गुहार लगानी पड़ी जो कार्य बटालियन कमांडेंट अपने स्तर पर सिनियर से उचित दिशा निर्देश ले सकते थे लेकिन अपनी जिम्मेदारी से बचते एक दूसरे पर थोपते नजर आए। महासचिव रणबीर सिंह द्वारा रात्री के बजे 12 बजे बाद सैक्टर आईजी श्री चंडीगढ़ को उपरोक्त असामायिक मृत्यु की सुचना दी गई व चंडीगढ़ मे स्थित विभिन्न कंट्रोल रूम से 2 घंटे से बार बार चले वार्तालाप से अवगत कराया गया। धन्य है ऐसे कर्मठ, दयालु, सहनशील व मिलनसार आईजी जिन्होंने रात्री 12 बजे बाद आश्वास्त किया कि समय रहते मृतक देह पर डीजी सीआरपीएफ द्वारा अंतिम सलामी सम्मान हेतु पुष्पाहार श्रध्दांजली स्वरुप अर्पित किया जाएगा ओर समय रहते सीआरपीएफ टुकड़ी मृतक के गांव सुबह 10.30 बजे पहुंच जाएगी। दिल गदगद हो गया आई जी साहब के द्वारा कहे गए शब्दों से जबकि आईजी साहब छुट्टी पर घर आए हुए हैं। ऐसे विरले है आईजी चंडीगढ़ सेक्टर श्री मूलचंद पवार। लाखों पैरामिलिट्री परिवारों की ओर से इस पुण्य कार्य के लिए आईं जी सर को साधुवाद।
ज्ञातव्य रहे कि कॉनफैडरेसन ऑफ एक्स पैरामिलिट्री फोर्सेस मार्टियरस वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा बीएसएफ की तर्ज पर अन्य सुरक्षा बलों के रिटायर्ड कर्मियों को मरणोपरांत सलाम सम्मान देने हेतु माननीय प्रधानमंत्री जी को अनुरोध किया गया था और इसी संदर्भ में वार्ब गृह मंत्रालय द्वारा सभी सुरक्षा बलों के डायरेक्टर जनरल को एसओपी जारी करने हेतु निर्देश जारी किए गए। प्रैस विज्ञप्ति के माध्यम से रणबीर सिंह द्वारा सभी सुरक्षा बलों के डायरेक्टर जनरल से अनुरोध किया कि रिटायर्ड कर्मियों के मरणोपरांत अंतिम सलामी सम्मान गार्ड व डीजी पुष्पाहार अर्पित करने में कोताही ना बरती जाए ताकि कोई भी रिटायर्ड अर्द्धसैनिकों के परिवार इस तरह के पीड़ादाई दौर से ना गुजरे।

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