Report by : Aakash naik (Yadgir)…
यादगिर/सुरपुरा : तालुका के केंद्र से 17 किमी दूर कोन्हला गांव बुनियादी सुविधाओं से वंचित है. वर्तमान भारत में जहाँ स्व्च्छ भारत के अभियान तहत गांव-गांव में शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है, वहीँ गांव में सार्वजनिक प्रसाधन निर्माण हेतु एक भी सरकारी जमीन नहीं दिखती.
कुछ मौजूदा स्थान को ओवरराइड किया गया है. इससे स्थानीय प्रशासन को सार्वजनिक शौचालय बनाने के लिए कोई जगह नहीं मिलेगी. यहाँ महिलाओं को प्रसाधन के लिए बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ता है.
सुविधाओं का अभाव में यह गांव के रहवासी बहुत सी कठिनाई का सामना कर रहे है जिसमें यहाँ सारे पोखर गाँव में इस बार फसल बर्बाद कर बाढ़ का पानी जमा हैं. वहीँ सी.सी. सड़क पर बहते नाले के पानी सड़क को बड़ी नालियों का रूप दे रहे है. साथ ही यहाँ बने गड्डों में पानी का जमा होना बीमारी पैदा करने वाली जगह बनी हुई है.
बता दें यहाँ अब तक बारिश के पानी को जाने के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं है। सड़कें खराब हो गई हैं। लोगों को इधर-उधर आने-जाने में परेशानी होती है। अगर कुछ वार्ड में बारिश होती है, तो दो से तीन दिन वहाँ के अधिकतर घर जलमग्न हो जाएंगे.
यहाँ 8 वीं कक्षा तक एक सरकारी स्कूल है, जहाँ शिक्षकों की कमी है. पूरा गाँव अव्यवस्था का स्थल है, क्योंकि लोग सड़क के किनारे शौचालय जाते हैं. संक्रामक रोग आम हैं. हालांकि मवेशियों की एक बड़ी संख्या है, कोई पशु अस्पताल नहीं है. लोगों को इलाज के लिए कल्लादेवनाहल्ली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाना पढ़ता है.
शेखप्पा भंडारी कोन्हला, जिला महासचिव, डॉ. अंबेडकर पीपुल्स पार्टी ने इस पर कहा कि प्रसाशन को इस ओर प्रमुखता से ध्यान देना जरुरी है. यहाँ मूलभुत सार्वजनिक सुविधाओं के लिए आमजन की कठिनाइयों का निर्वहन हेतु शासन को तत्परता दिखाना चाहिए.