5 महीने पहले जिन्होंने किया था आवेदन, अब तक नहीं पहुंचा कलेक्ट्रेट कार्यालय, नही बन पाए है राशनकार्ड

Chhattisgarh Digest News Desk ; Edited by : Nahida Qureshi, Farhan Yunus.

रायपुर। सरकार कोरोनाकाल में लोगों को मुफ्त व उचित दाम में चावल मुहैया करा रही है। इसके लिए बीपीएल के अलावा एपीएल राशनकार्ड की सुविधा शुरू की गई है। लेकिन, नगर निगम जोन कार्यालय-1 के अधिकारियों की लापरवाही से लोगों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जोन कार्यालय में जो लोग राशनकार्ड के लिए आवेदन कर रहे हैं, उनके आवेदन कलेक्टोरेट की खाद्य शाखा तक नहीं पहुंच रहे हैं। दो हजार से ज्यादा ऐसे आवेदक हैं, जिनके राशनकार्ड पांच माह बाद भी नहीं बने हैं।

जबकि, कई लोगों ने दो-दो बार आवेदन किए हैं। इसके अलावा जिन लोगों ने निगम के कर्मचारियों को सुविधा शुल्क दिया, उनका पंद्रह दिन में राशन कार्ड बन कर आ गया।

वंचित हैं लाभ से
राशन कार्ड नहीं मिलने के मामले में खाद्य विभाग व नगर निगम दोनों एक- दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। दोनों विभागों की लापरवाही का नतीजा यह है कि बिना कार्ड के हितग्राही चावल से वंचित रहेंगे। दूसरी ओर राशन दुकान संचालकों को चावल की कालाबाजारी करने की खुली छूट मिल गई है।

राशन कार्ड से नाम गायब
जिले की राशन दुकानों में एपीएल राशन कार्डों से नाम गायब होने की शिकायतें मिल रही हैं। इसी तरह की समस्या आधा दर्जन राशन दुकानों में देखने को मिल रही है। कार्ड में नाम नहीं होने के कारण हितग्राहियों के हिस्से का आवंटन ही जारी नहीं हुआ है।

सौरभ कुमार, आयुक्त, नगर निगम रायपुर :- जिन लोगों के आवदेन रुके हैं, यदि उनके जरूरी दस्तावेज पूर्ण है तो उन्हें दस दिन के भीतर फूड आफिस भेजना है। लापरवाही कैसे हो रही है, इसकी जानकारी ली जाएगी।

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