दिल्ली : किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान मंगलवार को उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया। कई जगहों पर पुलिसकर्मियों से मारपीट की गई तो कई इलाकों में पुलिस पर ट्रैक्टर चलाने की कोशिश की गई। उपद्रवियों के हमले में 83 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, उनमें 26 की हालत गंभीर है। जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
दिल्ली के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार ने कहा कि ट्रैक्टर रैली में पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली पुलिस के पीआरओ ईश सिंघल ने बताया कि प्रदर्शनकारी कुछ स्थानों पर हिंसक हो गए। उपद्रवियों के हमले में कई पुलिस कर्मी घायल हो गए। उपद्रवियों ने इस दौरान सार्वजनिक संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया। पुलिस ने संयम बरता और जरूरत पड़ने पर ही बल का प्रयोग किया। मैं प्रदर्शनकारियों से निर्धारित मार्गों से लौटने और शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, मुकरबा चौक, गाजीपुर, ए-पॉइंट आईटीओ, सीमापुरी, नांगलोई टी-पॉइंट, टिकरी बॉर्डर और लाल किले से अधिकांश घटनाएं सामने आईं। उपद्रवी भीड़ द्वारा की गई बर्बरता के इस कृत्य में 86 पुलिसकर्मियों के घायल होने और कई सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है।
दिल्ली पुलिस स्थिति पर कड़ी नज़र रख रही है और विभिन्न स्थानों से रिपोर्ट की गई कई घटनाओं के बारे में घातक निर्देशों के साथ कानून के निर्देशों के उल्लंघन, दंगे, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान और सार्वजनिक नौकर पर हमला करने के मामले दर्ज कर रही है।
ऑल इंडिया किसान सभा महासचिव हन्नान मौला ने कहा, आज दिल्ली में जिन्होंने तोड़फोड़ की, वे किसान नहीं किसान के दुश्मन हैं, ये साजिश का अंग है। आज की गुंडागर्दी से, साजिश से हमने सबक लिया है। भविष्य में आंदोलन में ऐसे लोगों को घुसने का मौका न मिले, हम शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन चलाएंगे।