रायपुर. राजधानी में शराब के विकल्प के तौर पर अल्कोहल युक्त दवा पीने से तीन लोगों की मौत हो गई. सिविल लाइंस थाना प्रभारी आर के मिश्रा ने बताया कि नशे के लिए दवा पीने की वजह से तीन लोगों की मौत सात मई को हुई थी. हालांकि, एक मृतक की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की पड़ताल करने के बाद रविवार को यह मामला प्रकाश में आया. मृतकों की पहचान मनीष वर्मा, दलवीर सिंह परमार और बलविंदर सिंह के रूप में हुई. ये सभी पंडरी इलाके के रहने वाले थे.
वहीं, बीते दिनों बिलासपुर जिले में इसी तरह का एक मामला सामने आया था. तब यहां पर होम्योपैथिक दवाई लेना एक पूरे परिवार को भारी पड़ गया था. दवा खाने के चलते आठ लोगों की मौत हो गई थी.
सीएमओ ने बताया था कि उसमें अल्कोहल की मात्रा काफी ज्यादा थी. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की टीम मामले की जांच कर रही है. विभाग की जांच होने के बाद रिपोर्ट से ही यह साफ हो सकेगा कि मौत के सही कारण क्या रहे. हालांकि प्रथमदृष्टया मौत का कारण होम्योपैथिक की दवाई लेना ही नजर आ रहा था.
सीएमओ ने बताया कि पूरे परिवार ने होम्योपैथिक दवाई ड्रोसेरा 30 ली थी. इस 91 फीसदी तक अल्कोहल होता है जो देसी शराब के साथ मिलाया जाता है. इससे इसको लेना काफी खतरनाक हो जाता है और कई मामलों में ये लेने वालों के लिए जहर का काम भी करती है.
इसके बाद होम्योपैथिक दवा देने वाला चिकित्सक फरार हो गया है. पुलिस टीम चिकित्सक की तलाश कर रही है और उसके ठिकानों पर दबिश दी जा रही है.