रायपुर : अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति सहित 500 से ज्यादा किसान संगठनों के देशव्यापी आह्वान पर किसान विरोधी तीनों कानूनों और बिजली संशोधन कानून को वापस लेने तथा सी-2 लागत आधारित न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा देने की मांग को लेकर आज 8 दिसम्बर को आहूत भारत बंद आंदोलन को सफल करने के लिए छत्तीसगढ़ किसान सभा, आदिवासी एकता महासभा सहित छत्तीसगढ़ किसान आंदोलन से जुड़े घटक संगठन पूरी ताकत से मैदान में उतरी है.
यहां जारी बयान में छत्तीसगढ़ किसान सभा के अध्यक्ष संजय पराते और महासचिव ऋषि गुप्ता ने बताया कि किसान संगठनों द्वारा आहूत भारत बंद को माकपा सहित सभी वामपंथी पार्टियों, कांग्रेस और अन्य संगठनों का राजनैतिक समर्थन मिल रहा है। इस देश की आम जनता की यह राय है कि चूंकि यह कॉर्पोरेटपरस्त कानून ग्रामीण जनजीवन को तहस-नहस करेंगे और देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करेंगे, इन कानूनों को वापस लेने के सिवा और कोई रास्ता नहीं है।
किसान नेताओं ने बताया कि बंद की सफलता के लिए पूरे प्रदेश में जनसंपर्क अभियान चलाया गया है और कस्बों में व्यापारियों से दुकानें और गांवों में ग्रामीणों से रोजमर्रा के कामकाज बंद रखने की अपील की गई थी। वहीँ आज पूरे प्रदेश में रास्ते रोके जाएंगे, मोदी-अडानी-अंबानी के पुतले जलाए जाएंगे तथा धरना-प्रदर्शन भी किये जायेंगे। किसान सभा अध्यक्ष संजय पराते आज कोरबा जिले के कुसमुंडा कोयला प्रक्षेत्र में रास्ता रोको आंदोलन में हिस्सा लें रहे है।